दूध में कितनी मिलावट, अब आसानी से पता चलेगा, NDR ने विकसित की किट

हरियाणा । विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर हरियाणा के करनाल स्थित राष्ट्रीय डेयरी अनुसन्धान संस्थान में दूध की पर्दर्शनी लगाई गई। संसथान में रैपिड टेस्ट किट के साथ दुग्ध उत्पादों की विभिन्न तकनीकों की प्रदर्शनी लगाई गई । इसके जरिए रैपिड टेस्ट किट का उपयोग करके दूध में सॉर्बिटोल रसायन की मिलावट को चंद मिनटों में पता लगाया जा सकता है। इसके अलावा सॉर्बिटोल का उपयोग दूध को गाढ़ा करने के लिए भी किया जाता है।

दूध का प्रयोग सभी घरों में किया जाता है। दूध से कई प्रकार के खाद्य पदार्थ बनाये जाते हैं। दूध काफी पौष्टिक होता है। दूध का सेवन बच्चे बुजुर्ग सब करते हैं। दूध खरीदते समय हम सबके मन में यह सवाल उतपन्न होता हैं कि जो दूध हम ले रहे हैं उसमे कोई मिलावट तो नहीं हैं। हरियाणा के करनाल स्थित राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर एक दुग्ध प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. धीर सिंह ने कृषिभूमि से बात करते हुए बताया कि सत्र 2021-2022 में भारत का विश्व का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश बना। भारत में 1 साल में 221 मिलियन टन दूध का उत्पादन होता है जो कि विश्व का कुल 24% है। उन्होंने कहा  भारत में प्रति व्यक्ति 444  ग्राम दूध  उपलब्ध है। दूध में विटामिन और कैल्सियम जैसे मत्त्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कि हमारे शरीर कि हड्ड़ियों को मजबूत रखते हैं।

डॉ धीर सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान ने दूध में अशुद्धियों  और मिलवट का पता लगाने के लिए मिलवती किट की एक श्रृंखला बनाई है।

किट बताएगी दूध की शुद्धता

प्रदर्शनी में डेयरी टेक्नोलॉजी के छात्रों ने बताया कि सोर्बिटोल की उपस्थिति को जांचने के लिए राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल के वैज्ञानिकों ने एक रैपिड टेस्ट किट विकसित की है। उन्होंने बताया कि दूध में सोर्बिटोल रसायन के मिश्रण के बारे में खबरें आ रही हैं। सोर्बिटोल को दूध में मिलाने का प्रमुख कारण है कि यह दूध की सॉलिड-नॉट-फैट सामग्री को धोखे से बढ़ाता है, लेकिन इससे दूध के पोषण मूल्य में कमी होती है।उन्होंने बताया कि लंबे समय से डेयरी उद्योग में दूध में सोर्बिटोल की उपस्थिति की पहचान के लिए परीक्षण की मांग की जा रही है। छात्रों ने बताया कि परीक्षण का उपयोग करना बहुत आसान है और इसके लिए किसी उपकरण की भी आवश्यकता नहीं होती है। इस परीक्षण के माध्यम से संदिग्ध दूध के नमूनों में सोर्बिटोल की उपस्थिति का पता लगाया जा सकता है। एक रसायन के साथ दूध के नमूने के मिश्रण में रंग के परिवर्तन को देखकर इसे पहचाना जा सकता है।

करक्यूमिन फोर्टिफाइड घी व मट्ठा प्रोटीन आइसक्रीम जैसे उत्पाद दिखाए गए

प्रदर्शनी में मट्ठा प्रोटीन आइसक्रीम जैसे उत्पाद दिखाए गए जिसमे बाजार में बिकने वाली आइसक्रीम की तुलना में 2.5% ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है। इसके अलावा करक्यूमिन फोर्टिफाइड घी और लस्सी समेत कई उत्पाद भी दिखाए गये।

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