गर्मियों का मौसम आते ही अगर लोगो के बीच सबसे ज्यादा किसी फल को लेकर उत्सुकता देखी जाती हैं, तो वो है आम। फलों के राजा आम स्वाद के साथ साथ किसानों के लिएं गर्मी मे कमाई का भी एक अच्छा सोर्स बन सकते हैं।
हालाकि, आम से मोटी कमाई करने के लिएं कुछ बातों का ख़ास ध्यान रखना बेहद जरूरी है। ऐसे में किसानों को आम के मंजर लगने से लेकर टिकोले आने तक कुछ बातों का ख़ास ध्यान रखना होगा। इनमे से सबसे ज्यादा बड़ी बात है कीटों से बचाव, जिसके लिए किसानों को कम से कम तीन बार छिड़काव करने की जरूरत है ।
अब आइए जान लेते हैं कि, छिड़काव आख़िर कब करना है:
पहला छिड़काव: आम मे पहला छिड़काव आम के मंजर निकलने से पहले किसी अच्छे कीटनाशक के साथ किया जा सकता है । जिससे इनके पेड़ो की छाल दरारों मे छुपे हुए महुआ कीट तक पहुंचे।
दूसरा छिड़काव: मंजरो मे मटर के समान दाने लग जानें के बाद दूसरी बार छिड़काव करना चाहिए। इसमें कीटनाशक के साथ फफूंदनाशी को ज़रूर मिलाए जिससे फल समय से पहले न गिरे।
तीसरा छिड़काव: इसके बार आम के टिकोले मटर के दाने जितने हो जानें पर तीसरे छिड़काव करने की सलाह दी जाती हैं।
इन बातों का भी रखे ख़्याल:
• मंजर के समय बूंदा बांदी हो जानें पर , सॉल्युबल सल्फर या कार्बेन्डाजिम का छिड़काव ज़रूर करे।
• दहिया कीट को कंट्रोल करने के लिएं कीटनाशक के तैयार घोल में स्टीकर मिला दे।
• फल के मंजर को गिरने से बचाने के लिए दूसरे और तीसरे छिड़काव मे कीटनाशक के तैयार सॉल्यूशन के साथ अल्फा नेपथाईल एसीटिक एसीड 4.5% प्रति 10 लीटर में उपयोग करना चाहिए।
अल्फा नेपथाईल एसीटिक एसीड 4.5% के अधिक छिड़काव से फलों को नुकसान हो सकता है।