बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र रविवार को चक्रवाती तूफान ‘ ‘मिचौंग’ (michaung cyclone) में बदल गया। इसके पांच दिसंबर तक नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच दक्षिण आंध्र प्रदेश तट से टकराने की संभावना है। इस दौरान 80-90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, इस चक्रवात के प्रभाव से दक्षिणी ओडिशा के अधिकांश हिस्सों और राज्य के तटीय क्षेत्र में भारी बारिश होने की संभावना है।
आईएमडी ने अगले 12 घंटों के लिए आंध्र प्रदेश और उससे सटे उत्तरी तमिलनाडु के तटों के लिए चक्रवात का अलर्ट जारी किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी से बात की और चक्रवात मिचौंग से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु, पुडुचेरी, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के भाजपा कार्यकर्ताओं से राहत और बचाव प्रयासों में शामिल होने और स्थानीय प्रशासन का समर्थन करने का भी आग्रह किया।
भुवनेश्वर स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के एक अधिकारी ने बताया कि चक्रवात के प्रभाव से ओडिशा में बारिश फिर से शुरू हो सकती है और अगले दो दिनों में इसकी तीव्रता बढ़ेगी। आईएमडी ने मलकानगिरी, कोरापुट, रायगढ़ा, गजपति और गंजम में भारी बारिश की संभावना के मद्देनजर ओडिशा में 4 और 5 दिसंबर को येलो अलर्ट जारी किया है।
राज्य सरकार ने सभी तटीय और दक्षिणी जिला मजिस्ट्रेटों को अलर्ट पर रखा है और कृषि विभाग के तहत काम करने वाले कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। पूर्वी तटीय रेलवे (ईसीओआर) ने भारी बारिश और तूफान की आशंका के कारण 54 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। मछुआरों को अगली सूचना तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
समुद्र का जलस्तर 5 फीट बढ़ा
चक्रवात के कारण तमिलनाडु के महाबलीपुरम समुद्र तट पर समुद्र का स्तर लगभग 5 फीट बढ़ गया है। मछुआरों और पर्यटकों के समुद्र तट पर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। चेन्नई मौसम विभाग ने चेन्नई, चेंगलपट्टू, तिरुवल्लूर और कांचीपुरम में 4 और 5 दिसंबर को और उसके बाद पूर्वी तट पर भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। फिलहाल मामल्लापुरम समेत आसपास के इलाकों में भारी बारिश हो रही है और इलाके के लोगों का दैनिक जीवन काफी प्रभावित हुआ है।
एनसीएमसी ने की तैयारियों की समीक्षा
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने चक्रवात के मद्देनजर तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में 21 टीमों को तैनात किया है। इसके अलावा आठ अतिरिक्त टीमों को रिजर्व में रखा गया है। रविवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की बैठक हुई। बैठक में चक्रवात मिचौंग से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की गई।