अब सांप काटने पर नहीं होगी चिंता तुरंत मिलेगा सामाधान। जी हां ,दुनिया भर में सांपों के काटने की सबसे अधिक घटनाएं भारत में ही होती है। देश के विभिन्न हिस्सों में सांपों के काटने से मौत की खबर सुनने मिलती है। खेत खलियानों में अक्सर सापों के काटने के मामले देखे जा रहें हैं। इन किसानों को प्राथमिक उपचार नहीं मिलने से किसानों की मौत हो जाती हैं। इन हादसों को रोकने के लिए सरकार राष्ट्रिय कार्य योजना लागु करने जा रही हैं जिसके जरिये इमरजेंसी नंबर जारी किया गया है। सांप काटने पर इस नंबर पर कॉल करने से तुरंत मदद मिलती है। साथ ही प्राथमिक उपचार की जानकारी भी दी जाती है।
सरकार ने लागू की राष्ट्र्रीय कार्य योजना
देश में लगभग 50,000 लोग सांप के काटने से मर जाते हैं। इसके चलते केंद्र सरकार ने सर्पदंश की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना लागू करते हुए दिल्ली समेत पांच राज्यों के लिए हेल्पलाइन जारी की है। इस नेशनल एक्शन प्लान में पुडुचेरी, मध्य प्रदेश, असम, आंध्र प्रदेश और दिल्ली में हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। इन पांच राज्यों के लोगों को इसका फायदा मिलेगा।
मौतों का आकड़ा 50 प्रतिशत तक कम करने का उद्देश्य
इस योजना को लागू करने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव चंद्रा ने कहा की इस योजना के शुरू होने से सांपों के काटने पर तुरंत इलाज मिलेगा साथ ही मौतों का आकड़ा भी कम हो जाएगा। उन्होंने कहा की इस पहल का उद्देश्य आम जनता तक चिकित्सा सेवाओं और सूचनाओं की तुरंत डिलीवरी सुनिश्चित करना है और हमारा लक्ष्य 2030 तक सर्पदंश से होने वाली मौतों को 50 प्रतिशत तक कम करने का भी है।
हेल्पलाइन नंबर 15400 जारी
सरकार ने यह योजना वन हेल्थ पहल के तहत शुरू की है साथ ही चंद्रा ने लोगों से अपील की है कि वे दिल्ली, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, असम और पुडुचेरी राज्यों में सर्पदंश की स्थिति में तुरंत हेल्पलाइन नंबर 15400 पर संपर्क करें। साथ ही सरकार बुकलेट के माध्यम से लोगों तक अधिक जानकारी पहुंचाने की कोशिश की है।
सांप के कटाने पर क्या करें
कई बार कई लोग सांप को छेड़ने लगते है यही कारण है की सांप उनपर हमला करता है। बुकलेट के माध्यम से यह कहा गया है की सांप पर हमला करने या उसे मारने का प्रयास न करें। यदि आप ऐसा करते हैं, तो सांप आत्मरक्षा में आपको काट सकता है।साथ ही किसी को सांप ने काटा है तो उससे डराए न बल्कि उससे हिम्मत दे जिसे उसका मनोबल कम न हो पाए। सांप के काटने पर एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन यह दवा लगाएं। घाव पर पट्टी बांधकर रक्त संचार को रोकने का प्रयास न करें। पारंपरिक तरीकों से इलाज करने की कोशिश न करें। रोगी को उसकी पीठ के बल न लिटाएं क्योंकि इससे वायुमार्ग में बाधा उत्पन्न हो सकती है।