हमारे भरत देश में शायद ही कोई ऐसा घर होगा, जहां काली मिर्च का उपयोग मसाले के रुप में न किया जाता हो। काली मिर्च को मसालों को राजा के नाम से भी जाना जाता है। भारत में काली मिर्च की सबसे ज्यादा खेती केरल मे की जाती है।
अब चालिए समझ लेते है, कि आख़िर कैसे होती है काली मिर्च की खेती?
अगर बात की जाएं सबसे आसान खेती की तो, काली मिर्च का नाम उसमे ज़रूर आयेगा। काली मिर्च की खेती करने के लिएं किसी ख़ास चीज़ की ज़रूरत नही होती। काली मिर्च की खेती के लिएं कलम प्रोसेस का उपयोग किया जाता है। मिर्च की कलम को कतार में कुछ दूरी पर लगाया जाता है। काली मिर्च को उपर चढ़ाने के लिए बैंबू का यूज किया जाता है।
मिर्च की खेती अक्सर लाल मिट्टी में की जाती है। काली मिर्च की खेती के लिए 10 से 12 डिग्री टेंपरेचर सबसे सर्वोत्तम माना जाता है। काले मिर्च के पौधों को अधिक धूप से बचा कर रखने की आवश्यकता होती है।
अब आइए जानते हैं, काली मिर्च की सबसे अच्छी किस्मे:
1.कोट्टनाडन: कोट्टनाडन काली मिर्च को सबसे अच्छी काली मिर्च माना जाता है। इस मिर्च मे लगभग 17% तेल पाया जाता है। इसकी खेती साउथ केरला में होती है।
2.एम्पियरियन : एम्पियरियन काली मिर्च को दुसरी सबसे अच्छी काली मिर्च की किस्म माना जाता है। इस काली मिर्च मे 17% तक तेल पाया जाता है।
3. मालाबार काली मिर्च: मालाबार काली मिर्च को मिर्च की सबसे पॉपुलर किस्मों मे से एक है। ये काली मिर्च लंबी और गोल आकार की होती है। इसकी खेती भारत के मालाबार हिस्सो मे की जाती है।
4. सफेद काली मिर्च: मिर्च की इस किस्म का इंपोर्ट भारत, ब्राजील और इंडोनेशिया में होता है। इस काली मिर्च का रंग डार्क ब्राउन होता है। ये मिर्च स्वाद मे काली मिर्च से थोड़ी हल्की होती है।
5.तेलिचेरी: मिर्च की इस किस्म को भारत के तेलंगाना मे पाया जाता है। ये मिर्च अपने तीखे स्वाद के लिए पूरे भारत में मशहूर है।