राशन की दुकान से अनाज लेते समय ई-पॉज मशीन पर उंगलियों के निशान नहीं आने के कारण लाभार्थियों को राशन की दुकान से खाली हाथ लौटना पड़ता है। लेकिन अब इससे आपको निजात मिल जाएगा क्योंकि अब राशन की दुकानों पर फिंगर प्रिंट नहीं बल्कि आई स्कैनर गन’ होगी जिससे लाभार्थियों को अनाज दिया जाएगा।
राशन लाभार्थियों के लिए फिंगर प्रिंट रद्द
राशन की दूकान पर लाभार्थी राशन लेने के लिए जाते हैं। सभी राशन दुकानों में ई-पॉज व्यवस्था लागू की गयी हैं जिससे व्यक्ति की उंगलियों के निशान लेकर उन्हें अनाज दिया जाता है। जिले की सभी उचित मूल्य खाद्य दुकानों पर ई-पॉज मशीनें लगी हुई हैं। हालाँकि, कुछ लोगों की उंगलियों पर रेखाएँ धुंधली हो जाती हैं। यह समस्या खासतौर पर बर्तन धोने वाली महिलाओं को ज्यादा महसूस होती है।
इसलिए, ई-पॉज़ डिवाइस पर उनकी उंगलियों के निशान दिखाई नहीं देते हैं। जिसकारण उन्हें परिवार के अन्य सदस्यों को लाना पड़ता हैं या उन्हें भुगतान करके अनाज लेना पड़ता हैं।
आधार कार्ड के ‘डेटा’ का इस्तेमाल किया जाएगा
सरकार अब ‘आई स्कैनर गन’ का विकल्प लेकर आई है। इसमें हर दुकान को एक ‘आई स्कैनर गन’ उपलब्ध कराई जाएगी। जिस व्यक्ति की उंगलियों के निशान ई-पॉड मशीन पर नहीं आएंगे उनकी आंखों की स्कैनिंग की जाएगी और उन्हें अनाज दिया जाएगा। जिससे कोई भी व्यक्ति राशन से वंचित नहीं होगा।
दरअसल ,आधार कार्ड बनाते समय आंखों को स्कैन कर ‘आईरिस’ लिया गया है।ऐसे में आंख को स्कैन करने के बाद आधार नंबर से पुष्टि करने के बाद संबंधित व्यक्ति की पहचान हो जाती है। तो यहां आधार कार्ड के ‘डेटा’ का इस्तेमाल किया जाएगा। जलगांव शहर की कुछ दुकानों में प्रायोगिक तौर पर इसका प्रयोग किया जा रहा है, जल्द ही राज्य की सभी दुकानों में आई स्कैनर गन उपलब्ध करायी जायेगी।