ज्योति राजपूत, मुंबई
देश में महंगाई कम होने का नाम नहीं ले रही हैं और पिछले कुछ महीनों में चावल, दाल और आटे की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं। इससे आम आदमी की जेब पर बोझ पड़ रहा है। सरकार के द्वारा महंगाई को कंट्रोल में रखने की कोशिश की जा रही है। लिहाजा सरकार द्वारा कई खाद्य उत्पादों के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया गया है। वहीं गेहूं, आटा और सस्ते चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद से चावल, दाल और आटा महंगा हो गया है। ऐसे में सरकार की तरफ से आम जनता को महंगाई से राहत देने के लिए काफी सारे प्रयास किए जा रहे हैं। सस्ती दालों के बाद अब सरकार द्वारा ‘भारत चावल ‘ लांच किया गया हैं और ये 29 रूपये प्रति किलो पर आम जनता को बेचा जाएगा इसकी बिक्री अगले सप्ताह से बाजार में शुरू हो जाएगी। साथ ही व्यापारियों को चावल के भंडारण का खुलासा करने का निर्देश दिया गया हैं।
आम लोग सस्ते दाम पर अनाज खरीद सकें इसके लिए केंद्र सरकार ‘भारत ब्रांड’ नाम से सस्ती दाल और सस्ता आटा बेच रही हैं। सस्ती दाल और सस्ता आटा के बाद अब सरकार चावल भी सस्ती दरों पर बेचने जा रही हैं। सरकार आम लोगों के लिए ‘भारत चावल’ लेकर आई है। इस भारत चावल की बिक्री मंगलवार यानी कल 6 फरवरी 2024 से शुरू हो रही है। भारत चावल की कीमत 29 रुपये प्रति किलोग्राम होगी। जानिए आप ये चावल कहां से और कैसे खरीद सकते हैं.
कहां से खरीद सकते हैं भारत चावल
केंद्रीय खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पिछले एक साल में चावल की खुदरा और थोक कीमत में करीब 15 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। निर्यात पर प्रतिबंध के बावजूद चावल की कीमतों में बढ़ोतरी जारी है। इसलिए सरकार ने चावल की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए भारतीय चावल को बाजार में उतारा है। भारत चावल NAFED और NCCF सहकारी समितियों के माध्यम से बाजार में 29 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेचा जाएगा। इसके अलावा भारत चावल को केंद्रीय भंडार रिटेल चेन पर भी बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।
5 और 10 किलोग्राम के पैकेट में बिकेगा भारत चावल
केंद्रीय खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा कि भारत चावल को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिए भी बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा. याद ब्रांड अगले सप्ताह से 5 और 10 किलोग्राम के पैक में जनता के लिए उपलब्ध होगा। पहले चरण में सरकार ने 5 लाख टन चावल खुदरा बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध कराया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि महंगाई पर काबू पाने तक सरकार का निर्यात प्रतिबंध खत्म करने का कोई इरादा नहीं है. चावल निर्यात पर फिलहाल प्रतिबंध जारी रहेगा।