गर्मियों का मौसम शुरु हो चुका है, इस मौसम के शुरु होते ही अगर मार्केट में सबसे अधिक किसी चीज़ की डिमांड देखने को मिलती है, तो वो है फलों के राजा आम की। मध्य प्रदेश के अंचलदमोह को भी मीठे आम की खेती के लिएं जाना जाता है।
इसके पेड़ ग्रामीण क्षेत्रों मे आसानी से मिल जाते हैं। इस साल किसानों को इसकी जबरदस्त पैदावार मिलने की उम्मीद है। हालाकि, फसल आने से पहले आमों पर माहू नाम के कीट लगने का खतरा बना हुआ है।
जैसे ही आम के पेड़ो मे मौर लगना शुरु होते हैं, इस पर कई तरह के कीट इसके रस को पीने के लिएं बैठ जाते हैं। ऐसे में कुछ तो फलों के लिएं लाभदायक होते हैं, लेकिन कुछ कीटो के लगने से फल खराब हो सकतें हैं।
कैसे करे फलों का बचाव?
तो ऐसे मे आम के बचाव के लिएं थायोमिथोक्जेम एक ग्राम 3 लीटर पानी में या इमीडाक्लोप्रीड 17.8 एमएल दवा तीन लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें. ऐसे में दूसरा छिड़काव ज़रूरत पड़ने पर 10 दिनो के बाद करे। ऐसे में ये फल कई तरह के कीटो से बच सकते हैं।