कम पानी वाले क्षेत्रों में शरीफा की खेती करके लाखों का मुनाफा कमा सकते हैं किसान

लखनऊ:  शरीफा को कम सिंचाई की आवश्यकता होती है। इस फसल में किसानों को पानी कम लगाना पड़ता है। यह फल मुख्य रूप से महाराष्ट्र और गुजरात के चट्टानी इलाकों में खेती किया जाता है। हालांकि अब कर्नाटक, ओडिशा, बिहार, और आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों में किसान शरीफा की खेती कर रहे हैं।

देश के कई राज्यों में आम, अमरुद ,सेब, केला समेत अन्य कई प्रकार के फलों की खेती की जाती है। इनमे कुछ फल सीजन में ही मिलते हैं जबकि कुछ फल पूरे साल बाजार में मिलते हैं। फलों में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमे कई प्रकार की बिमारियों से बचाते हैं। आज हम ऐसे फल के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जिसका उत्पादन न सिर्फ पहाड़ी क्षेत्रों में होता है बल्कि कम पानी वाली जगहों पर भी अच्छा उत्पादन होता है।

शरीफा को चीनी फल के नाम से भी जाना जाता है जिसे अंग्रेजी में कस्टर्ड एप्पल कहते हैं। इसमें विटामिन ए, विटामिन बी1, विटामिन बी2, और विटामिन बी3 सहित कई पोषक तत्व और मिनरल पाए जाते हैं। इसका सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याएं दूर हो जाती हैं। साथ ही इसे खाने से दिल स्वस्थ रहता है। चिकित्सकों का कहना है कि शरीफा खाने से आंखों की दृष्टि बढ़ती है और यह त्वचा और बालों के लिए भी फायदेमंद होता है।

कम सिंचाई में भी होगा बेहतर उत्पादन

शरीफा की खेती के लिए आमतौर पर कम सिंचाई की जरूरत होती है। यह फल मुख्य रूप से महाराष्ट्र और गुजरात के क्षेत्रों में उगाया जाता है। हालांकि अब कर्नाटक, ओडिशा, बिहार, और आंध्र प्रदेश जैसे कई राज्यों में शरीफा की व्यापक खेती की जा रही है। एक विशेष बात है कि शरीफा देसी फल नहीं है। बिहार में छठ पूजा के समय इसकी मांग बढ़ जाती है। यदि आप शरीफा की खेती करना चाहते हैं तो आप इसे बीज से उगा सकते हैं। बुवाई के 40 दिनों के बाद बीज अंकुरित हो जाते हैं। उसके बाद शरीफा के पेड़ पर 5 साल बाद फल पकने शुरू हो जाते हैं। यदि आप चाहें तो आप नर्सरी से पौधे खरीदकर भी इसकी बागवानी शुरू कर सकते हैं।

2 लाख रुपये तक की कमाई कर सकते हैं किसान भाई

शरीफा की खेती में सूखे को अधिक सहने की क्षमता होती है। इसलिए इसे ड्रिप सिंचाई की विधि का उपयोग करके पानी देना चाहिए। इसके बागों में फलों की अच्छी उपज के लिए समय-समय पर उर्वरक का उपयोग करना आवश्यक होता है। किसान भाई इसमें 3-10-10 अनुपात में N-P-K उर्वरक का उपयोग कर सकते हैं। किसान भाई एक एकड़ में शरीफा की खेती करके 2 लाख रुपये तक की कमाई कर सकते हैं।

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