मानसून में मछली पालकों को सरकार का तोहफा, 20000 किसानों को मुफ्त में मिलेंगे बीज

जयपुर: राजस्थान सरकार ने प्रदेश के बीस हजार किसानों को मुफ्त में मछली के बीज देने की घोषणा की है। सरकार के इस फैसले से राज्य के मछली पालकों को लाभ मिलेगा। सरकार के इस फैसले के बाद मछली पालकों के चेहरे खिल गए हैं। सरकार इस योजना पर दो करोड़ रूपये खर्च करेगी।

राजस्थान का नाम सुनते ही आपके दिमाग में रेगिस्तान की तस्वीर बन जाती है। यहां के किसान बड़े पैमाने पर पशुपालन , मुर्गी पालन, मछली पालन और खेती समेत अन्य कार्य करते हैं। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि यहां के किसान मछली पालन और झींगे का पालन बड़े पैमाने पर करते हैं। मानसून को देखते हुए सरकार ने 20000 किसानों मुफ्त मछली के बीज देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने योजना को मंजूरी दे दी है।

मत्स्य विभाग के मुताबिक किसानो को रेहू, कतला और म्रिगल जैसे मछलियों के बच्चे मुहैया कराएगी। इस योजना के तहत कृषक कल्याण कोष से दो करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। इस योजना का उल्लेख मुख्यमंत्री ने बजट पेश करते समय भी किया था। योजना के पात्र किसानों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी।

मानसून के सीजन में मछलियां प्रजनन करती हैं | इस स्थिति के मद्देनजर राज्य सरकार ने प्रदेश मछली मारने पर रोक लगा दी है। राज्य में 16 जून से 31 अगस्त तक मछलियों को पकड़ने पर भी रोक लगाई है। इस दौरान राज्य के मछुवारे मछलियों की खरीद और बिक्री नहीं कर सकेंगे। विशेषज्ञों के मुताबिक मानसून के सीजन में मछलिया प्रजनन करती हैं इसमें किसी भी प्रकार की समस्या न आये जिसको देखते हुए सरकार ने मछलियों के शिकार पर रोक लगा दी है।

राजस्थान के उदयपुर, हनुमानगढ़, जयसमंद, भरतपुर, भीलवाड़ा, कोटा, बांसवाड़ा और अलवर में मछलियों के बीज का उत्पादन होता है। जबकि कोटा में तीन फार्म हैं।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *