भारत बना सबसे बड़ा चावल निर्यातक, एक दशक में 5 वें स्थान से पहले स्थान पर पहुंचा

basmati rice

भारत वित्त वर्ष 2023-24 में दुनिया का सबसे बड़ा चावल निर्यातक बन गया है।भारत ने इस दौरान रिकॉर्ड 2.3 करोड़ टन चावल का निर्यात किया है। एक दशक पहले चावल निर्यात के मामले में भारत पाकिस्तान से पीछे था। भारत ने विश्व स्तर पर चावल के निर्यात में लंबी छलांग लगाई है। एक दशक पहले टॉप-5 निर्यातक देशों की सूची में चावल आखिरी स्थान पर था। लेकिन अब भारत इस सूची में शीर्ष पर पहुंच गया है। इससे पहले चावल निर्यात सूची में भारत पाकिस्तान से नीचे था। भारत वित्त वर्ष 2023-24 में दुनिया का सबसे बड़ा चावल निर्यातक बन गया है। भारत ने इस दौरान रिकॉर्ड 2.3 करोड़ टन चावल का निर्यात किया है। टॉप-5 की लिस्ट में शामिल अन्य 4 देशों ने भारत ने अकेले जितने चावल का निर्यात किया है, उससे ज्यादा चावल का निर्यात किया है।

दुनिया भारत के चावल पर फ़ीड करती है

चावल निर्यात के मामले में भारत ने दुनिया भर के सभी देशों को पीछे छोड़ दिया है। इंडियन इंडेक्स ने आंकड़े जारी किए हैं, जिसके मुताबिक भारत टॉप 5 चावल निर्यातक देशों में पहले स्थान पर है। भारत अकेले वैश्विक बाजार में 40.8 प्रतिशत चावल का निर्यात करता है। यह अनुमान लगाया गया है कि दुनिया के लगभग सभी लोगों की थाली में भारतीय चावल हैं।

भारत पहले और पाकिस्तान तीसरे नंबर पर

वित्त वर्ष 2023-24 में भारत ने रिकॉर्ड 2.3 करोड़ टन चावल का निर्यात किया है। सबसे ज्यादा निर्यात करने वाले टॉप-5 चावल निर्यातक देशों की सूची में भारत पहले स्थान पर है। वित्त वर्ष 2023-24 में 75 लाख टन निर्यात के साथ थाईलैंड दूसरे स्थान पर है। वियतनाम 75 लाख टन चावल निर्यात के साथ तीसरे और पाकिस्तान 45 लाख टन के निर्यात के साथ चौथे स्थान पर है। अमेरिका पांचवें नंबर पर है और उसने 25 लाख टन चावल का निर्यात किया है। शेष विश्व कुल 11.7 मिलियन टन चावल का निर्यात करता है।

अकेले भारत शीर्ष 4 देशों से अधिक निर्यात करता है

टॉप-5 निर्यातकों की सूची में 4 देशों के कुल चावल निर्यात के आंकड़े को जोड़ दें तो यह करीब 2.2 करोड़ टन है। जबकि भारत ने अकेले 2.3 करोड़ टन चावल निर्यात कर इन सभी को पीछे छोड़ दिया है। यह स्थिति तब है जब भारत ने घरेलू आपूर्ति बनाए रखने और कीमतों को नियंत्रित करने के लिए जुलाई 2023 में गैर-बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। बाद में कुछ अन्य किस्मों पर भी निर्यात बंद कर दिया गया है।

13 साल पहले पाकिस्तान से पीछे था भारत

वित्त वर्ष 2010-11 में भारत का चावल निर्यात केवल 28 लाख टन था और यह शीर्ष पांच निर्यातक देशों की सूची में अंतिम स्थान पर था। जबकि पाकिस्तान भारत से 34 लाख टन अधिक चावल का निर्यात करता था। उस दौरान थाइलैंड ने 1.06 करोड़ टन और वियतनाम ने 70 लाख टन निर्यात किया था । जबकि, अमेरिका ने 3.5 मिलियन टन निर्यात किया। भारत ने लगभग 13 वर्षों, में चावल उत्पादन में जबरदस्त वृद्धि की है, जिसके परिणामस्वरूप, भारत नंबर एक चावल निर्यातक बन गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *