ओडिसा में धान खरीद का लक्ष समय सीमा से पहले ही पूरा कर लिया गया है। यहां के आदिवासी बहुल सुंदरगढ़ जिले में किसानों अपनी अधिकांश उपज बेच दी है। इसलिए यहां की अधिकतर मंडिया बंद हो चुकी है।
ओडिशा में धान खरीद का रिकॉर्ड टूट गया है और इसलिए खरीफ सीजन में धान खरीद जल्द बंद होने की संभावना है। ओडिशा के किसानों को पहले चरण के लिए धान खरीद का लक्ष्य 18.93 लाख क्विंटल दिया गया था। जिसे 10 दिन पहले ही पूरा कर लिया गया है।
जिले भर में 135 क्रेय केंद्र
एक रिपोर्ट के अनुसार जिले में लगभग 53,798 किसानों ने अपना धान 2,183 रुपये प्रति क्विंटल पर बेचने के लिए पंजीकरण कराया था। जिले में धान की खरीदारी पिछले साल 15 दिसंबर से शुरू हुई थी। गौरतलब है कि धान खरीद के लिए जिले भर में 135 केंद्र बनाये गये थे। इन केंद्रों पर काम को सुव्यवस्थित करने में लगभग 15 दिन लग गए।
इस साल खरीद में रिकॉर्ड तेजी
धान खरीद में यह तेजी जनवरी के दूसरे सप्ताह से शुरू हुई। पिछले साल तक कुल आंकड़ा 76,749 क्विंटल था। लेकिन ओडिशा के सुंदरगढ़ के सहकारी समितियों के उप रजिस्ट्रार यूएस दास ने कहा कि 29 फरवरी तक कुल 19,24,895 क्विंटल प्राप्त हुआ था। उन्होंने कहा कि केवल विक्रय टोकन वाले किसान ही अपना धान बेच सकते हैं। 1.63 लाख क्विंटल धान की खरीद जल्द खत्म होने की संभावना है। धान खरीद की आखिरी तारीख 31 मार्च तय की गई है।
निजी व्यापारियोंको बेचा जा रहा है धान
निजी व्यापारी करीब 2000 से 2100 रुपये प्रति क्विंटल देकर किसानों के दरवाजे से धान उठा रहे हैं। इसलिए बिक्री के बावजूद वे अपनी उपज बेचने के लिए क्रय केंद्रों पर जाने की झंझट से बच रहे हैं। उन्होंने बताया कि ऑफर 2000 से 2100 रुपये का है। यह किसानों के लिए अपेक्षाकृत अधिक फायदेमंद है क्योंकि वे अपनी फसल को अपनी लागत पर बाजारों तक ले जाने की परेशानी से बच जाते हैं।