Farmar Protest : दिल्ली की सीमा पर चल रहे आंदोलन के बीच एक किसान की मौत दिल का दौरा पड़ने के कारण हो गयी है। असल में जानकारी के मुताबिक शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में 65 वर्षीय किसान ज्ञान सिंह की मृत्यु हो गई है। शंभू बॉर्डर पर आंदोलन के दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा। उन्हें इलाज के लिए राजेंद्र मेडिकल कॉलेज पटियाला में भर्ती कराया गया था। लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। ज्ञान सिंह के भतीजे जगदीश सिंह ने बताया कि ज्ञान सिंह गुरदासपुर जिले के चाचेकी गांव के रहने वाले थे। विभिन्न रिपोर्टों से पता चला है कि मंगलवार को पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले और पैलेट गन फायरिंग के कारण 60 से अधिक किसान गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
डॉ. मधुरा स्वामीनाथन ने सरकार को चेताया
डॉ.मधुरा स्वामीनाथन ने कड़े शब्दों से सरकार को चेताया है कि अपनी मांगों को लेकर मार्च कर रहे हैं किसानों से सरकार अपराधियों की तरह पेश न आए। डॉ. मधुरा हरित क्रांति के जनक डॉक्टर स्वामीनाथन की बेटी है। स्वामीनाथन को हाल में भारत सरकार ने भारत रत्न दिया है। वहीं आंदोलनकारी किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को लागू करने की मांग भी कर रहे हैं।
मंगलवार को पुलिस ने किसान प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया गया था। जिसके चलते कई किसान घायल हो गये थे और इसके बाद प्रदर्शनकारी आक्रोशित हो गये। शुक्रवार को किसानों के आंदोलन का चौथा दिन था। शंभू बॉर्डर पर किसान बैठे हुए हैं। लेकिन शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने फिर से किसानों पर आंसू गैस छोड़ी। इससे शंभू सीमा पर तनाव बढ़ गया।