मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में श्री राम लला के अभिषेक से पहले पूरे प्रदेश को स्वच्छ और सुंदर बनाने का आह्वान किया है। शनिवार को प्रदेश भर के ग्राम प्रधानों और पंचायत प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता एक दिव्य कार्य है। उन्होंने कहा कि विशेष स्वच्छता अभियान में भावना से जुड़कर पूरे देश को एक नया संदेश दिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने सभी ग्राम प्रधानों से ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन पर काम करने की अपील की। पंचायतों में कचरा प्रबंधन की व्यवस्था से पर्यावरण की रक्षा होगी और किसानों को कम्पोस्ट खाद उपलब्ध हो सकेगी। उन्होंने अमृत सरोवर को मॉडल के रूप में विकसित करने के लिए भी प्रेरित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को पूरी तरह से बंद करना होगा। 14 जनवरी का विशेष स्वच्छता अभियान इसका बड़ा माध्यम बन सकता है। ग्राम प्रधान अपने-अपने गांवों में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने के लिए लोगों को जागरूक करें। उन्हें इसके खतरे के बारे में चेतावनी दें। स्वच्छता को लेकर गांवों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। गांव जितना साफ-सुथरा होगा, उतना ही सुंदर दिखेगा और उसकी प्रसिद्धि बढ़ेगी आपको हर तरफ से सराहना मिलेगी। सीएम योगी ने कहा कि 14 जनवरी को सभी गांवों में स्वच्छता पर एक प्रतियोगिता आयोजित की जाए और इसकी निगरानी पंचायती राज विभाग द्वारा की जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मकर संक्रांति के अवसर पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि मकर संक्रांति से 22 जनवरी तक स्वच्छता अभियान से जुड़ना हम सभी का दायित्व है। गोरखपुर को स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए हमें आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हम दिवाली व अन्य शुभ अवसरों पर अपने घर की सफाई करते हैं, उसी प्रकार मकर संक्रांति के अवसर पर भी सफाई करेंगे। 16 जनवरी से हर घर और मंदिर में रामनाम संकीर्तन का पाठ करें। 22 जनवरी को भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के दिन घर की साफ-सफाई करने के बाद अपने घर या मंदिरों पर स्क्रीन लगाकर अयोध्या से लाइव प्रसारण देखें।
सीएम योगी ने कहा कि 22 को दिए जलाएं
सीएम योगी ने कहा कि कई पीढ़ियों के लगभग 500 वर्षों के संघर्ष के बाद यह अवसर आया है। यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि हम भगवान राम के जीवन अभिषेक और लीला के अवतार को अपनी आंखों से देखेंगे। उस दिन भगवान की पूजा के साथ-साथ, प्रसाद और गर्म कपड़ों का वितरण, हरी आतिशबाजी भी करनी चाहिए।