किसान आंदोलन के दौरान सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया था लेकिन किसानों की कुछ मांगों को लंबित रखा था। इस वजह से एक बार फिर वे ट्रैक्टर के साथ दिल्ली में प्रदर्शन करने की बात कर रहे थे। लेकिन हरियाणा पुलिस ने पंजाब के किसानों को हरियाणा की सीमाओं पर ही रोक दिया। वहां जो घटनाएं हुईं, वे सबके सामने हैं, जिसके चलते बुधवार को सोनीपत में किसानों के समर्थन में किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला। किसानों ने सरकार को सीधी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि दिल्ली अब उनसे दूर नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को किसानों पर अत्याचार बंद करना चाहिए। उनकी सभी मांगें जायज हैं। किसानों ने एक बार फिर शुभकरण की हत्या के मामले में मुकदमा दर्ज करने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि किसान शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन लड़ रहे हैं लेकिन आरएसएस और भाजपा कार्यकर्ता किसानों की आड़ में हंगामा कर रहे हैं।
शुभकरन की मौत की जांच की मांग
हरियाणा और पंजाब की सीमाओं पर किसान अपनी लंबित मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। सरकार के साथ कई दौर की बातचीत इस बात का सबूत है कि किसान सरकार के सामने नहीं झुकेंगे। साथ ही अपनी मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाते रहेंगे। लेकिन दूसरी तरफ उन्होंने दिल्ली मार्च को 29 फरवरी तक के लिए टाल दिया है।
खरदौदा में ट्रैक्टर मार्च निकाला
बुधवार को सोनीपत के खरखौदा में किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला और सरकार को ज्ञापन सौंपा। इसमें किसान आंदोलन के दौरान हिरासत में लिए गए किसानों की रिहाई की मांग के साथ-साथ किसान नेताओं के घरों में पुलिस के घुसने से रोकने की अपील भी शामिल थी। किसानों ने किसानों को परेशान न करने की बात भी कही है। किसानों का कहना है कि युवा किसान शुभकरण की मौत के मामले में केस दर्ज कर जांच होनी चाहिए।
सरकार पर आरोप
अमित, यशपाल, एक युवा किसान और एक अन्य किसान ने कहा कि वे अपनी वैध मांगों के बारे में सरकार के सामने शांति से बात करने के लिए दिल्ली आ रहे थे। लेकिन सरकार ने किसानों को दिल्ली की सीमाओं पर आने से पहले ही प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। युवा किसान शुभकर्ण की मौत के साथ-साथ अन्य किसानों की मौत इस बात का सबूत है कि सरकार तानाशाही तरीके से हमारे आंदोलन को दबाना चाहती है। लेकिन हम पीछे हटने वाले नहीं हैं।
चुनाव से पहले चेतावनी
उन्होंने बताया कि बुधवार को किसान आंदोलन के समर्थन में ट्रैक्टर मार्च निकाला गया है। किसानों ने कहा कि सरकार पंजाब और हरियाणा के भाईचारे को खराब करने का काम कर रही है। किसानों का आरोप है कि एक्सपायरी डेट लेकर उन पर आंसू गैस के गोले दागे गए, जिसका असर अब सामने आ रहा है। सरकार जल्द से जल्द हमारी मांगों को पूरा करे, नहीं तो दिल्ली ज्यादा दूर नहीं है। किसानों का कहना है कि अगर इस बार किसी भी पार्टी का कोई नेता हमारे गांव में हमसे वोट मांगने आता है तो हम उनसे किसानों के हितों और किसानों के लिए उन्होंने क्या किया है, सवाल जरूर पूछेंगे।