पिछले दिनों पूरे देश में अचानक लम्पी बीमारी से हजारों गायों की मौत हो गई थी । जिसके चलते पूरे देश में इन्हें बचाने के लिए काफी प्रयास किए जा रहे थे ।इन प्रयासों में राज्य सरकारों ने भी पशुपालकों को मदद देने की घोषणा की थी । हालांकि सरकार की ओर से पशुओं को लंपी बीमारी से बचाव के लिए टीके लगाने का काम भी जारी है।राजस्थान सरकार ने पशुपालकों के दुधारू पशु जैसे गाय, भैंस की लंपी बीमारी से मौत होने पर उन्हें 40,000 रुपए की आर्थिक सहायता देने की बात की है । इसकी घोषणा हाल ही में राजस्थान सरकार ने अपने बजट 2023 के तहत की है। राज्य सरकार की इस घोषणा से राज्य के लाखों पशुपालकों को काफी राहत मिलेगी।
राजस्थान में लंपी से हुई थी हजारों गायों की मौत
आंकड़ों पर नजर डाले तो राजस्थान में खास तौर पर हजारों गायों की मौत लम्पी की बीमारी से हुई है । यहां सितंबर 2022 में करीब 11 लाख पशु लंपी वायरस की चपेट में आए थे। इनमें से करीब 47 हजार गौवंशों की मौत हो गई थी। इसे देखते हुए पशुपालन विभाग ने बड़े स्तर पर लंपी टीकाकरण अभियान चलाया था। इसका असर यह रहा कि टीकाकरण के बाद पशु इस बीमारी की चपेट में कम आए। बता दें कि पश्चिमी राजस्थान में लंपी वायरस का प्रकोप ज्यादा देखने को मिला था। लंपी वायरस का सबसे ज्यादा प्रकोप जोधपुर, पाली, बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर, नागौर, धौलपुर जिलों में देखा गया था। इनमें से 6 जिले पश्चिमी राजस्थान में हैं। पश्चिमी राजस्थान में इस बीमारी से करीब 17 हजार गौवंशों की मौत हो गई थी।
राजस्थान सरकार की ओर से की गई घोषणा के तहत उन पशुपालकों को यह सहायता दी जाएगी जिनके दुधारू पशु जिनमें मुख्य रूप से गाय की मौत यदि लंपी बीमारी के कारण होती है।
जाने कैसे मिलेगी यह सहायता
इसके लिए पशु का बीमा होना जरूरी है और उनके कान में टेग भी होना चाहिए। इसके अलावा पशु चिकित्सा अधिकारी का प्रमाण-पत्र आदि की आवश्यकता होगी। यदि बीमित पशु की मौत होती है तो सरकार इसके मुआवजे के रूप मे सहायता राशि 40 हजार रुपए प्रदान करेगी।