ऑनलाइन बिजनेस का सिर्फ दाएरा ही नहीं बढ़ रहा बल्कि ऑनलाइन बिजनेस के नए-नए तरीके भी ईजाद हो रहे हैं। अब तक ग्रोसरी, हाउसहोल्ड चीजें ही ऑनलाइन मिलती थी लेकिन अब आप घर बैठे गाय और भैंस भी ऑर्डर कर सकते हैं। जी हां घर बैठे सिर्फ दूध ही नहीं बल्कि गाय-भैंस भी पा सकते हैं। ये सुनने में थोड़ा अजीब लगता हैं लेकिन वास्तव में मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले चार युवा ऑनलाइन गाय और भैंस बेचने का बिज़नस कर रहे हैं
मेरा पशु 360 के ऐप या वेबसाइट के जरिए किसान घर बैठे गाय-भैंस खरीद सकते हैं
निकिता, कनुप्रिया, प्राची और रूपीश, ये चार लोग बड़ी-बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों में काम कर रहे थे और आसानी से लाखों-करोड़ों रुपये कमा रहे थे। लेकिन कुछ अलग करने की चाह ने इनके कदम इस और मोड़ दिए। निकिता ने पहले ही बोस्टन में अपनी कंपनी खोल ली थी, जिसके बाद इन तीनों ने भी अपना काम छोड़ दिया और मेरा पशु 360 के नाम से काम करना शुरू कर दिया। सह-संस्थापक निकेत का दावा है कि यह देश की पहली कंपनी है जो गाय-भैंसों की होम डिलीवरी करती है। मेरा पशु 360 के ऐप या वेबसाइट के जरिए किसान घर बैठे गाय-भैंस खरीद सकते हैं।
जानवर को 75 से ज्यादा मापदंडों पर परखती है टीम
निकेत बताते हैं कि देश में जानवरों की खरीद-फरोख्त का बड़ा बाजार है। करोड़ों परिवार गाय और भैंस के दूध पर जीवित रहते हैं। डेयरी व्यवसाय से देश में भारी मुनाफा मिलता है लेकिन इस क्षेत्र में गाय-भैंस खरीदते समय किसानों को धोखा भी मिलता है। कई बार खरीदने से पहले उन्हें बताया जाता है कि एक भैंस एक दिन में 20 लीटर दूध देती है लेकिन असल में वह भैंस एक दिन में 5 लीटर भी दूध नहीं दे पाती है। ऐसे में खरीदने वाले डेयरी किसान को भारी नुकसान होता है। निकेत बताते हैं कि उनकी टीम एक जानवर को 75 से ज्यादा मापदंडों पर परखती है और उसके हिसाब से उसकी कीमत तय करती है।
यहां मौजूद एक्स्पर्ट्स सबसे पहले पशुओं की आँखें चेक करते हैं। फिर लंबाई- चौड़ाई चेक करते हैं। उसके बाद पशुओं के सींग का आकार देखा जाता है।फिर थन की जांच होती है। एनिमिक है कि नहीं, ये देखते हैं। जिसके बाद फिर उन्हें बेचने के लिए रखा जाता है।
पशुओं के लिए खाना भी बनाती है मेरा पशु 360
निकेत और उनकी टीम पशुओं के लिए खाना भी तैयार करती है। इसके पीछे भी एक अनोखा कॉन्सेप्ट है। कनुप्रिया बताती हैं कि गांव में महिलाएं जानवरों की पूरी देखभाल करती हैं। लेकिन जैसे ही उनके लिए बाजार से ओखली या भूसा लाने की जरूरत होती है तो यह काम पुरुष को सौंप दिया जाता है। महिलाओं को बाज़ार जाने या पैसा कमाने का काम करने की इजाज़त नहीं है। लेकिन महिलाएं अब घर बैठे ऐप के जरिए या हमें कॉल करके ऑर्डर दे सकती हैं। इसीलिए हमने अपने कॉल सेंटर में भी 40 प्रतिशत से ज्यादा महिला स्टाफ रखा है।
कंपनी में काम करने वाली ज्यादातर महिलाएं किसान परिवारों से
यह टीम खेतों, खलिहानों, किसानों के घरों में भी जाती है और कॉरपोरेट दफ्तरों में भी बैठती है। मेरा पशु 360 का कॉर्पोरेट कार्यालय बाकियों से अलग दिखता है। यहां महिलाओं की संख्या भी सबसे अधिक है। यहां काम करने वाली ज्यादातर महिलाएं किसान परिवारों से हैं। इतना ही नहीं, वह किसानों से उनकी स्थानीय भाषा में बात करती हैं। अधिकतर ऐसी लड़कियाँ है जो किसान परिवार से ही आती हैं और घर की पहली लड़की हैं जो बाहर नौकरी कर रही है।
पुरे देश में पहुंचने का सपना
यह स्टार्टअप किसानों और किसान परिवारों की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए काम कर रहा है। कंपनी को शुरू हुए अभी सिर्फ दो साल ही हुए हैं लेकिन यह 4 से ज्यादा राज्यों तक पहुंच चुकी है। आने वाले समय में पुरे देश में पहुंचने का सपना हैं।