हरियाणा सरकार ने किसानों को हुए नुकसान की भरपाई करने के लिएं एक नई योजना यानी भावांतर भरपाई योजना की शुरूआत कर रही है। इस योजना के तहत किसान अपनी फसल का बीमा करवाकर एक अमाउंट का पेमेंट करते हुए फसलों पर मुआवजा पा सकते हैं।
इस योजना को सरकार ने साल 2021 में शुरु किया था और अब तक कई किसान इस योजना का लाभ ले चुके हैं।
नुकसान भरपाई के लिए भावांतर भरपाई योजना
भावांतर भरपाई योजना और बागवानी बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को फसल की खेती के दौरान जो भी नुकसान होता है उसकी जानकारी देने के बाद उसमे राहत मिलती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय में वृद्धि करना है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को पैदावार और खेती के दौरान हुए नुकसान को कम करने की कोशिश सरकार की ओर से की गई है।
किन फसलों पर मिलती है सरकार की ओर से राहत?
किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से इस योजना को शुरु किया गया है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को आलू, फूल गोभी, गाजर, मटर, टमाटर, प्याज, शिमला मिर्च, बैंगन, भिंडी, मिर्च, करेला, बंद गोभी, मूली, किन्नू, अमरूद, चीकू, आडू, आलूबुखारा, आम, नाशपाती, लीची, आंवला, बेर, लहसुन और हल्दी की खेती पर मुआवजा दिया जाएगा।
क्या है इस योजना की ख़ास बाते?
• सब्जी के किसानों को जोखिम से मुक्त कराना
• इस योजना के अंतर्गत 40000 से 50000 तक की आमदनी मिल सकती है।
• इस योजना के तहत आलू गोभी , टमाटर और प्याज़ पर कॉस्ट प्राइस निर्धारित करना।