उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में रहने वाले सतीश तोमर ने Contract Farming के जरिए खेती की न सिर्फ सूरत बदली बल्कि इसे एक Successful Business बना दिया है। कोरोना काल के दौरान अपनी अच्छी खासी फार्मा की नौकरी को छोड़कर उन्होंने परंपरागत खेती का रुख किया। उन्होंने खेती में कई बदलाव किये।
ऑनलाइन मार्केटिंग और खेती में आधुनिकता के प्रयोग से तीन साल में उनका टर्नओवर एक करोड़ तक पहुँच गया है। उन्होंने 22 लोगों को रोजगार भी मुहैया कराया है।
10 हेक्टेयर से 25 हेक्टेयर तक बढ़ा खेती का दायरा
Contract Farming के जरिए उत्तर प्रदेश में तेजी से कृषि क्षेत्र में बदलाव हो रहा है। अलीगढ़ के कैथवारी गांव के रहने वाले सतीश तोमर ने मेडिकल के फार्मा कंपनी की नौकरी को छोड़कर विरासत में मिली खेती-बाड़ी को न सिर्फ संभाला बल्कि उसे समृद्ध भी बनाया। कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की डिग्री लेने वाले सतीश अब पूरी तरीके से प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। खुद के 10 हेक्टेयर क्षेत्रफल में जैविक खेती की शुरुआत की जो आज बढ़कर 25 हेक्टेयर में हो चुकी है।
Organic Farming से मिली विशेष पहचान
उनके खेतों में पैदा होने वाले उत्पाद अब ऑनलाइन मार्केट में अपनी विशेष पहचान भी बना रहे हैं। उनके पिता परंपरागत खेती करते थे। प्राकृतिक खेती के बारे में भी उन्हें अपने पिता से ही जानकारी मिली। पांच किसानों को जोड़कर उन्होंने ऑर्गेनिक फार्म का गठन किया और प्राकृतिक खेती शुरू कर दी।
मिनी स्टोर खोलने की तैयारी
सतीश तोमर अब जैविक उत्पाद की मिनी स्टोर खोलने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने अपने ब्रांड एसआरएच ऑर्गेनिक फूड के उत्पाद को घर-घर पहुंचने के लिए मिनी स्टोर खोलने की तैयारी शुरू कर दी है।
16 तरह के जैविक उत्पाद का कारोबार
मिनी स्टोर खुलने से लोगों को जैविक अनाज सब्जियां फल आसानी से उपलब्ध हो जाएंगे। सतीश अपने ब्रांड के जरिये मल्टीग्रेन आटा, काला नमक:चावल, मोरिंगा सीड्स, हल्दी पाउडर, ऑर्गेनिक केन शुगर सहित 16 तरह के जैविक उत्पाद कारोबार कर रह हैं।