भारत एक विकासशील देश है, ऐसे में देश की आधे से ज्यादा आबादी खेती पर निर्भर रहती है। किसान अपनी source of income को बढ़ाने के लिए Treditional farming के आलावा भी कई चीजों को उगाकर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। इन्ही में से एक है बांस यानी Bamboo की खेती। Bamboo जिसे Green Gold भी कहा जाता है। बाजार में भी bamboo अच्छी डिमांड भी देखने को मिलती है।
आइए जानतें हैं की आख़िर कैसे होती है Bamboo की खेती
Bamboo की खेती काफी आसान है, इसके लिए सबसे पहले Nursery से एक पौधा लाए। इसके बाद इसकी रोपाई कर दे। रोपाई के लिए गड्ढे को दो फीट गहरा और दो फीट चौड़ा रखे। इस बात का ख़ास ख़्याल रखे की मिट्टी में अधिक रेत न हो। रोपाई के बाद इसमें Animal Dung वाले Fertilizer का उपयोग करे, जिसके बाद इसे एक से दो महीने तक रोज पानी दे।
बंजर भूमि पर भी हो सकती है इसकी खेती
बंजर जमीन पर भी बांस की खेती बड़ी आसानी से की जा सकती है। पौधे रोपाई करने के तीन महीने बाद बढ़ने लगते हैं। इसके बाद चार साल में ये पूरी तरह से तैयार हो जाता है।
National Bamboo Mission
बांस की खेती को बढ़ावा देने के लिए Central Government ने साल 2006 में Bamboo mission शुरु किया था। इसके तहत सरकार बांस की खेती पर 50% तक सब्सिडी भी देती है। इसका लाभ उठाने के लिए Bamboo mission की official website nbm.nic.in पर जा कर online apply किया जा सकता है।
मार्केट में बांस के डिमांड खूब होती है। बांस का उपयोग कई कामों मे किया जाता है, जिसमे सजावट से लेकर Carbonic Clothes शामिल है।