यह एक ऐसे अनोखे किसान की कहानी जो चुनाव लड़ने के लिए सब कुछ कर गुजरने को तैयार है। 2024 का लोकसभा चुनाव एक बड़े युद्ध की तरह चल रहा है। अभ्यर्थियों के अजब-गजब रंग दिख रहे हैं। इसी सिलसिले में उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक अजीब घटना सामने आई है। बलिया से लोकसभा चुनाव जीतने का लक्ष्य रखने वाले किसान नवीन कुमार राय इन दिनों चर्चा में हैं। दरअसल, बलिया के पटौरी निवासी नवीन कुमार राय 3 मई 2024 को लोकसभा चुनाव में अपनी उम्मीदवारी के लिए जमानत के तौर पर भूसा और अनाज सौंपने डीएम के पास गए थे। यह मामला अखबारों में भी छाया रहा। उन्होंने अब डीएम साहब से 14 मई 2024 को नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए सिक्योरिटी के तौर पर 25 हजार रुपये में एक ट्रैक्टर देने का वादा किया है।
फसल बेचकर छुड़ा लेंगे ट्रैक्टर;
अपने नामांकन पर बात करते हुए किसान नवीन कुमार राय ने बताया कि नामांकन पत्र लेने के लिए बलिया जिले के डीएम रविंद्र कुमार के पास गेहूं और भूसा लेकर गए थे, क्योंकि मेरे पास जमानत शुल्क का पैसा नहीं है। मेरे पास अनाज हैं, जिसे बेचकर हम चुनाव लड़ना चाहते है, जिससे जनता की सेवा कर सकें। किसान ने बताया कि मेरी बात सुन कर डीएम हंस पड़े। मैं आवेदन पत्र लेकर आया लेकिन मेरे पास पैसे नहीं थे।
ऐसे में मैंने ट्रैक्टर गिरवी रख दिया और डीएम साहब से 50,000 रुपये की मांग की क्योंकि मुझे 14 मई 2024 तक आवेदन करना है। वह अपने दस्तावेज़ों के साथ 25,000 जमानत राशि के रूप में जमा करेंगे और शेष 25,000 का उपयोग चुनाव में भाग लेकर देश के हित में करेंगे। किसान नवीन ने कहा कि बाद में जब फसल दोबारा तैयार हो जाएगी तो वह उसे बेच देंगे और अपना ट्रैक्टर चुनाव आयोग से छुड़ा लेंगे।
पेशे से किसान नवीन को एक आवेदन पत्र भी दिया गया और एक घोषणापत्र भी तैयार किया गया। घोषणापत्र के मुताबिक, नवीन संसद में बेरोजगारी, किसान, पत्रकार और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे उठाएंगे।
नवीन कुमार ने कहा कि यहां कोई नहीं लड़ रहा है, सब मुझसे लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग हाथ मिलाएंगे वे सिर्फ उनसे ही हाथ मिलाएंगे। उन्होंने खुद को विजयी उम्मीदवार बताया और कहा कि उन्होंने 2014 में गधे पर सवार होकर अपनी उम्मीदवारी पेश की थी। हालाँकि, किसी कारण से उनकी उम्मीदवारी खारिज कर दी गई और नवीन की सभी योजनाएँ और प्रयास व्यर्थ हो गए।
प्रधानमंत्री को भेजते है धोती और कुर्ता:
हर साल होली और दिवाली पर किसान नवीन प्रधानमंत्री को कुर्ता, धोती और गमछा भेजते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस शख्स को उसके जन्मदिन पर एक पत्र भी भेजते हैं। नवीन ने प्रधानमंत्री द्वारा भेजे गए एक पत्र को संग्रहीत किया है।
क्या है बलिया में जातीय समीकरण:
बलिया लोकसभा क्षेत्र में करीब 18 लाख मतदाता हैं। लोकसभा की कुल जनसंख्या लगभग 25 लाख है। 91.96% आबादी गांवों में रहती है। ब्राह्मणों में बलिया लोकसभा के मुख्यालय की सबसे बड़ी आबादी है। यहां लगभग तीन हजार ब्राह्मण रहते हैं। फिर आती हैं यादव, राजपूत और दलित की आवाजें। तीनों श्रेणियों में से प्रत्येक की जनसंख्या लगभग 25 लाख है। क्षेत्र में करीब 100,000 मुस्लिम वोट बैंक भी हैं। ब्राह्मणों की सबसे अधिक संख्या बलिया के दोआबा क्षेत्र में है।
1 जून को होगी बलिया में वोटिंग:
उत्तर प्रदेश की बलिया लोकसभा सीट पर सातवें चरण में 1 जून को मतदान होगा। इस सीट के लिए नामांकन प्रक्रिया 7 मई को शुरू हुई थी, भारतीय जनता पार्टी इस सीट पर हैट्रिक लगाने की तैयारी में है।