मस्टर्ड और कैस्टर सीड के उत्पादन में कमी की वजह से मई में भारत के तेल का निर्यात 31% घटा

भारत में दो प्रकार की तिलहन(मस्टर्ड और कैस्टर आयल )की खेती कम होने से 2024-25 के पहले दो महीनों में तिलहन के कुल निर्यात में 17 प्रतिशत की कमी आई है।

क्या कहते हैं आंकड़े:

सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के आंकड़ों से पता चला है कि अप्रैल से मई 2024-25 के दौरान भारत ने 7.67 लाख टन तिलहन का निर्यात किया, जबकि पिछले वर्ष इसी समय में 9.30 लाख टन तिलहन का निर्यात हुआ था।

वहीं मई 2024 में तिलहन का निर्यात 3.02 लाख टन था, जबकि मई 2023 में यह 4.36 लाख टन था, जो 31 प्रतिशत कम है।

एसईए के कार्यकारी निदेशक ने कहा कि इस समय के दौरान निर्यात में गिरावट का मुख्य कारण मस्टर्ड मील और कैस्टर आयल मील के निर्यात में कमी है।

क्या कहते है ताज़ा आकड़े ?

दरअसल,भारत ने 2024-25 के अप्रैल-मई में 3.64 लीटर मस्टर्ड मील निर्यात किया, जो 2023-24 के उसी समय में 4.80 लीटर था। कैस्टर मील के निर्यात में 2024-25 के पहले दो महीनों में कमी आई और यह 57,387 टन रह गया, जबकि 2023-24 में यह 73,238 टन था।

वही दुसरी ओर सोयाबीन मील का निर्यात 2024-25 के अप्रैल-मई में बढ़कर 3.44 लाख टन हो गया, जो 2023-24 के उसी समय में 2.91 लाख टन था।

बैन का इंपैक्ट:

एसईए के कार्यकारी निदेशक ने बताया कि भारत आम तौर पर वियतनाम, थाईलैंड और अन्य एशियाई देशों को लगभग 5-6 लीटर तेल के बिना चावल की भूसी बेचता है। उन्होंने बताया कि सरकार ने 28 जुलाई 2023 को तेल रहित चावल की भूसी के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। बाद में इसे 31 मार्च 2024 तक और फिर 31 जुलाई 2024 तक बढ़ाया गया।उन्होंने बताया कि तेल रहित चावल की भूसी की कीमतें अब कम हो गई हैं और आगे भी इसमें कमी आने की संभावना है। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन ने सरकार से कहा है कि प्रतिबंध को 31 जुलाई के बाद और न बढ़ाया जाए।

क्या दिखाता है डाटा:

दरअसल,अप्रैल-मई 2024-25 के दौरान, दक्षिण कोरिया ने 1.66 लीटर ऑयलमील (अप्रैल-मई 2023-24 में 1.89 लीटर) आयात किया। इसमें 1.32 लीटर मस्टर्ड मील, 27,101 टन कैस्टरसीड मील और 6,608 टन सोयाबीन मील शामिल है।

इसके साथ ही वियतनाम ने अप्रैल-मई 2024-25 के दौरान 32,699 टन ऑयलमील (1.42 लीटर) आयात किया। इसमें 29,383 टन मस्टर्ड मील, 3,014 टन सोयाबीन मील और 302 टन मूंगफली मील शामिल है।

वहीं अप्रैल-मई 2024-25 के दौरान, थाईलैंड ने 57,390 टन ऑयलमील (1.52 लीटर) का आयात किया। इसमें 55,767 टन मस्टर्ड मील और 1,624 टन सोयाबीन मील शामिल था।

इसके आलावा बांग्लादेश ने अप्रैल-मई 2024-25 के दौरान 1.39 एलटी ऑयलमील (1.93 एलटी) आयात किया। इसमें 1.14 एलटी मस्टर्ड मील और 24,090 टन सोयाबीन मील शामिल है।

वही इन सब के बीच ईरान भारत से सोयाबीन खली का सबसे बड़ा आयातक बन गया है , जिसमे दुबई के ज़रिए ईरान का शिपमेंट भी शामिल है। इसने अप्रैल-मई 2024-25 के दौरान 81,475 टन सोयाबीन मील का आयात किया।

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