किसान अपने आंदोलन के लिए 13 मार्च को दिल्ली मार्च करने वाले हैं। इस दौरान ट्रैक्टर मार्च निकालने की भी तैयारी है। वे अपनी कई नई-पुरानी मांगों को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने की तैयारी कर रहे हैं। इससे पहले हरियाणा की अंबाला पुलिस किसानों के नाम पर सख्त फरमान जारी कर चुकी है। पुलिस ने उन्हें किसानों के आंदोलन का हिस्सा बनने से बचने के लिए कहा है। अन्यथा उन्हें बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।
दरअसल, किसान 13 फरवरी को दिल्ली मार्च करने की तैयारी कर रहे हैं। एक दिन पहले ही उन्होंने हरियाणा के सोनीपत में भी इसका प्रदर्शन किया था। दिल्ली मार्च में सबसे बड़ी मांग फसलों की एमएसपी गारंटी को लेकर है। दिल्ली में इस मार्च से पहले संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) ने मंगलवार को अंबाला में जागरूकता अभियान चलाया जिसमें लोगों को ट्रैक्टर मार्च के जरिए दिल्ली मार्च के बारे में सूचित किया गया। अंबाला में कई जगहों पर ट्रैक्टरों ने रैली निकाली।
जानिए क्या बोले एसपी जसदीप सिंह ?
अंबाला के एसपी जसदीप सिंह रंधावा ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि विभाग को सूचना मिली है कि किसान 13 फरवरी को विरोध प्रदर्शन में भाग ले सकते हैं। एसपी जसदीप सिंह ने कहा, “आम जनता को सूचित किया जाता है कि वे प्रशासन या सरकार की अनुमति के बिना ट्रैक्टर मार्च में भाग न लें। यदि कोई व्यक्ति बिना अनुमति के आंदोलन में भाग लेता पाया जाता है तो उसके खिलाफ निषेधाज्ञा लागू की जाएगी। एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। ऐसी आशंका है कि मार्च निकालने वाले प्रदर्शनकारियों से सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंच सकता है।
किसानों को रोकने की तैयारी
इस बीच पुलिस पूरी तैयारी में है कि पंजाब के किसान शंभू बॉर्डर पर घग्गर नदी के पुल पर इकट्ठा न हों। उन्हें हरियाणा में प्रवेश करने से रोकने की तैयारी है। इसके लिए पुलिस शंभू बॉर्डर पर सीमेंट ब्लॉक, रेत से भरे बोरे, लोहे के बैरिकेड्स, लोहे के फ्रेम, , तार आदि लगा रही है। किसानों को रोकने के लिए शंभू बॉर्डर पर ये सारी तैयारियां चल रही हैं। वहीं ‘टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, तैयारियों का जायजा लेने के लिए कुछ किसान शंभू बॉर्डर पहुंच गए हैं। वे देखने आए हैं कि प्रशासन क्या तैयारी कर रहा है। इन किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले शंभू बॉर्डर पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और अपनी मांगों को सामने रखा।