बनारस पान की खेती के लिए जाना जाता है लेकिन इस बार बनारस के रहने वाले दो सगे भाइयों ने सेब की खेती की शुरुवात की है। जिसमे वे बेहतर उत्पादन के साथ मुनाफा भी कमा रहे हैं।
सेब का नाम सुनते ही लोगो के जहन में सबसे पहले हिमाचल प्रदेश और कश्मीर का नाम आता है। लोगों का ऐसा मानना है कि सेब की खेती सिर्फ इन दो राज्यों में होती है। लेकिन अब ऐसा नहीं है। बाजार में कई ऐसी सेब की विविध किस्में आ चुकी हैं जिनकी खेती गर्म प्रदेशों में भी की जा सकती है। वर्तमान समय में राजस्थान, बिहार, मध्य प्रदेश और हरियाणा सहित अन्य राज्यों में भी किसान सेब की खेती कर रहे हैं। ये विशेष किस्में 40 से 42 डिग्री सेल्सियस तापमान को भी सहन कर सकती हैं। इसी कारण बनारस में दो भाई ने सेब की खेती की और लोगों के सामने उदाहरण पेश किया है। उनके बाग में पेड़ पर सेब के फल उगना शुरू हो गए हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक बनारस में रहने वाले दो सगे भाई राधेश्याम और संजय पटेल ने सेब की खेती की शुरुवात की है। ये दोनों भाई बनारस के एक छोटे से गांव भटपुरवा में रहते हैं। राधेश्याम और संजय के मुताबिक खेती का आइडिया सोशल मीडिया पर वीडियो देखने से आया। सेब की खेती के लिए उन्होंने हिमाचल प्रदेश से 500 पौधे मंगवाए थे और पौधों को बगीचे में लगा दिए थे। उन्होंने बताया कि खेती शुरू करते ही दो साल में ही पेड़ों में फल आने शुरूवात गई थी। इन दोनों भाइयों ने हरीमन-99 प्रजाति के सेब के पौधे लगाए हैं।
सोशल मीडिया पर वीडियो देखकर सेब की खेती के बारे में मिली जानकारी
राधेश्याम पटेल ने बताया है कि वे चार भाई हैं और उन्होंने कृषि की पढ़ाई की है। लगभग 6 साल पहले उन्हें सोशल मीडिया पर सेब की खेती के बारे में पता चला था। उसके बाद उन्होंने अपने भाइयों से सलाह ली और सेब की खेती शुरू करने का फैसला किया। लेकिन उनके पेड़ों में फल नहीं आये। ऐसे में उन्हें सभी पेड़ों को काटना पड़ा। इसके बाद राधेश्याम पटेल ने हिमाचल प्रदेश से हरीमन-99 प्रजाति के 500 पौधे मंगवाए और उन्हें अपने खेत में लगाया। सेब की खेती की शुरुआत करते ही दो साल में ही पेड़ों पर फल आने लगे। वहीं संजय पटेल ने बताया है कि जब उन्होंने सेब की खेती शुरू की थी तो लोग उनके साथ मजाक उड़ा रहे थे। लेकिन जब सफलता मिली तो वे ही लोग अब उनकी प्रशंसा कर रहे हैं।
बाजार में 150 रूपये किलो बेचकर कमाए 15000
इस साल उनके बगीचे में 100 किलो सेब का उत्पादन किया है। उन्होंने इसे लोकल मार्केट में 150 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेंचा जिससे उन्हें 15 हजार रुपये का आय प्राप्त हुई। उन्होंने अपने गांव के लोगों को भी सेब खिलाया है। वे आशा कर रहे हैं कि समय के साथ-साथ उत्पादन और बढ़ेगा। राधेश्याम और संजय ने बताया कि वे धीरे-धीरे अपने बगीचे में और पौधों को लगाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने बताया बनारस के सेब का स्वाद अत्यधिक विशेष है। इसमें मिठास और रस अधिक मात्रा में होता है और इसका छिलका पतला होता है। साथ ही इसका स्वाद हल्का खट्टा होता है। हरीमन-99 के एक पेड़ से 30 साल तक उत्पादन किया जा सकता है।