महाराष्ट्र में बढ़ेगा समूह खेती का दायरा-आमिर खान

आमिर खान के पानी फाउंडेशन ने महाराष्ट्र में खेती को देखने का नजरिया ही बदल दिया है। उनकी संस्था ने सूखे से प्रभावित खेती को नई दिशा देनी की पहल की। पानी फाउंडेशन महाराष्ट्र में अब समूह खेती को बढ़ावा देने की योजना बना रहा है। सह्याद्रि फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी से प्रेरणा लेते हुए पिछले साल से पानी फाउंडेशन ने समूह खेती को बढ़ावा देने का फैसला किया है। इससे समय और धन की बचत हो रही है और अच्छी आय भी होने लगी है। राज्य में समूह खेती का दायरा बढ़ाते हुए डिजिटल तकनीक के इस्तेमाल पर भी जोर दिया जाएगा। पानी फाउंडेशन के संथापक आमिर खान ने कहा की अगले दो साल में पुरे राज्य में सामूहिक खेती को लागु किया जायेगा। इस योजना से हर किसान को जोड़ने की कोशिश की जाएगी साथ ही उन्हें सामूहिक खेती के लिए प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।

किसान कप 2023 पुरस्कार’ समारोह

सत्यमेव जयते पानी फाउंडेशन की ओर से ‘किसान कप 2023 पुरस्कार’ समारोह गुरुवार 29 फरवरी को श्री शिव छत्रपति स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, बालेवाड़ी के बैडमिंटन हॉल में आयोजित किया गया था। इस मौके पर आमिर खान, किरण राव, सह्याद्रि फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी के चेयरमैन विलास शिंदे, एक्टर जॉकी श्रॉफ, पानी फाउंडेशन के सीईओ सत्यजीत भटकल, अविनाश पोल आदि मौजूद रहे।

पूरे महाराष्ट्र में समूह कृषि कार्यक्रम होगा लागू-आमिर खान

आमिर खान ने कहा, ”पानी फाउंडेशन लगभग 10 साल पुराना है। हमने शुरुआत में जल संरक्षण पर काम किया। सूखे से प्रभावित महाराष्ट्र के गांवों ने दिखा दिया कि दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है। लेकिन अब कोविड के दौरान यह एहसास हुआ कि किसानों को वित्तीय स्थिरता की जरूरत है। इसलिए हमने किसानों को वित्तीय स्थिरता प्रदान करने के विचार से समूह खेती की ओर रुख किया। अब पूरे महाराष्ट्र में समूह कृषि कार्यक्रम लागू किया जाएगा। फाउंडेशन का लक्ष्य दो साल में पूरे महाराष्ट्र में पहुंचना है। वह दिन दूर नहीं है जब पूरा महाराष्ट्र सामूहिक खेती करेगा।आमिर खान ने कहा कि हमारे पास मृदा परीक्षण, जल, पशुपालन में काम करने के अवसर हैं। ऑनलाइन कृषि पाठशाला का भी फायदा होता नजर आ रहा है। वर्तमान में हम 26 फसलों पर किसानों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दे रहे हैं।

सह्याद्रि एग्रो के विलास शिंदे ने कहा, “सफल समूह खेती प्रयोग एकता से ही संभव है। ये किसान न केवल अपनी बल्कि देश की समस्या का भी समाधान कर रहे हैं। कृषि मुद्दों को लेकर देश में तरह-तरह के आंदोलन हो रहे हैं। लेकिन आपने दिखा दिया कि किसान वो कर सकते हैं जो सरकार नहीं कर सकती। समूह खेती में महिलाएं सबसे आगे हैं। महिलाओंने सूखे से प्रभावित इलाकों में अद्भुत कार्य किये हैं,

प्रतियोगिता में तीन हजार गांवों ने भाग लिया

प्रतियोगिता में राज्य के 18 जिलों के 39 तालुकाओं के 3 हजार गांवों ने भाग लिया। इनमें से विभिन्न फसलों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 39 तालुका स्तरीय किसान समूहों को सम्मान चिन्ह और एक लाख रुपये का चेक देकर सम्मानित किया गया।

महिलाओं की बड़ी भागीदारी बहुत सुखद – देवेन्द्र फड़णवीस

इस मौके पर उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने विशेष वीडियो संदेश भेजकर किसान कप की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, ”सरकार किसानों के लिए कई योजनाएं चला रही है। मुझे खुशी है कि किसान कप में महिलाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण है। यह सराहना की बात है कि फाउंडेशन ने इन महिलाओं के लिए विशेष पुरस्कारों का आयोजन किया है।

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