अक्टूबर में करें मशरूम की खेती और पाए ज्यादा मुनाफा (Mushroom)

मशरूम की खेती किसानों के लिए एक लाभकारी विकल्प साबित हो सकती है, खासकर जब इसे सही समय पर शुरू किया जाए। अक्टूबर माह मशरूम की खेती के लिए आदर्श समय माना जाता है, और इसे अपनाने से किसानों को बेहतर मुनाफा हो सकता है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के किसान भी अब…

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आखिर कैसे 10 सालों में इनफ्लेक्शन दर 9% से घटकर 5% पर आ गयी ?

2014 में देश में इनफ्लेक्शन का मुख्य माप 9.4% था। वित्त मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि दस साल की अवधि में 2024 तक यह मुख्य इनफ्लेशन दर गिरकर 5.5% हो गई।   5-7 जून को आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (एमपीसी) की बैठक में कहा गया कि एक्सपेक्टेड इनफ्लेशन रेट 2023-24 में 5.4% से…

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सोयाबीन उरद और मूंग की दाल के लिए खतरनाक हो सकता है ज़्यादा मॉनसून

देश के ज़्यादातर हिस्सों में मॉनसून पहुंच चुका हैं। 30 मई को केरल में बारिश शुरू हुई मॉनसून के पहले फेज में बारिश हल्की थी हालंकि दुसरे फेज में इसकी तेज होने की संभावनाएं जताई जा रहीं हैं।. मौसम विशेषज्ञों का मानना ​​है कि बरसात के मौसम के दूसरे फेज में काफी बारिश हो सकती…

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भारत में 80% किसान अनुकूल जलवायु स्थिति न मिलने से प्रभावित : रिपोर्ट

गत पांच सालों में खराब मौसम की वजह से भारत के 80 प्रतिशत छोटे किसानों को अपनी फसल को खोना पड़ा है। मंगलवार को जारी एक अध्ययन में यह जानकारी मिली है। इस अध्ययन में 21 राज्यों के 6,615 किसानों का जायजा लिया गया है, जो फोरम ऑफ एंटरप्राइजेज फॉर इक्विटेबल डेवलपमेंट (एफईईडी) और डेवलपमेंट…

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केंद्र सरकार ने लगाई चना और तुअर पर 30 सितम्बर तक स्टॉक रखने की सीमा

सरकार ने जमाखोरी को रोकने और दालों की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए तुअर और चना पर स्टॉक रखने की सीमा को तत्काल प्रभाव से 30 सितंबर तक लागू कर दिया है। थोक विक्रेताओं को 200 टन स्टॉक रखने की सीमा है, खुदरा विक्रेताओं को पांच टन, और बड़ी श्रृंखला खुदरा विक्रेताओं को भी…

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आखिर क्यों इस साल भारत में महंगी होंगी खाने की चीज़े?

अनुकूल मौसम न होने की वजह से फसलों पर पड़ने वाले प्रभाव जैसे आपूर्ति पक्ष कारकों की वजह से भारत में खाद्य महंगाई दर नवंबर 2023 से सालाना आधार पर लगभग 8% पर बनी हुई है। इसके साथ ही मॉनसून के समय से पहले आगमन और सामान्य से अधिक वर्षा के पूर्वानुमान के बाद भी…

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मस्टर्ड और कैस्टर सीड के उत्पादन में कमी की वजह से मई में भारत के तेल का निर्यात 31% घटा

भारत में दो प्रकार की तिलहन(मस्टर्ड और कैस्टर आयल )की खेती कम होने से 2024-25 के पहले दो महीनों में तिलहन के कुल निर्यात में 17 प्रतिशत की कमी आई है। क्या कहते हैं आंकड़े: सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के आंकड़ों से पता चला है कि अप्रैल से मई 2024-25 के दौरान भारत…

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किसानो को नयी सौगात देने की तैयारी में सरकार :सूत्र

केंद्र सरकार दालों की खेती को बढ़ावा देने के लिए उड़द और तूर दालों की न्यूनतम संरक्षित कीमत (MSP) में 10% तक की वृद्धि कर सकती है। इसके अलावा, सोयाबीन और सनफ्लावर ऑयल की कीमतों में 5 से 7% तक की वृद्धि हो सकती है। यह निर्णय कैबिनेट की इस हफ्ते में होने वाली बैठक…

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प्याज एक्सपोर्ट बैन के फैसले ने महाराष्ट्र में बिगाड़ा बीजेपी का समीकरण.

क‍िसान आंदोलन के असर से एक तरफ पंजाब-हर‍ियाणा में बीजेपी को लोकसभा की सीटों का बड़ा नुकसान हुआ है तो दूसरी ओर महाराष्ट्र में प्याज उत्पादक क‍िसानों ने भी बीजेपी और उसके सहयोग‍ियों के आंसू न‍िकाल द‍िए हैं। क‍िसानों का गुस्सा अभी खत्म नहीं हुआ है। वो सरकारी नीत‍ियों के जर‍िए क‍िसानों को नुकसान पहुंचाने…

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गेंहू की गर्माहट के लिए रहे तैयार किसानो और आम आदमी को लग सकता है झटका

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने हाल ही में तीसरा प्रारंभिक फसल उत्पादन अनुमान जारी किया है , जिसमें इस वर्ष गेहूं उत्पादन की मात्रा 112 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया गया है। खरीद और भंडारण के आंकड़ों के आधार पर गेहूं के कैलोरी मान का अनुमान लगाया जा सकता है। दूसरे शब्दों में,…

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