तेलंगाना किसानों के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने को बैंकों से अपील की है कि वे किसानों को लोन रिकवरी के लिए परेशान न करें। रेड्डी ने कहा कि बैंक किसानों को फसल लोन एरियर के लिए नोटिस न भेजें। उनकी सरकार ने किसानों का 2 लाख रुपये का लोन माफ करने का वादा किया है।
राज्य सरकार 15 अगस्त से पहले एक बार में ऋण माफी पूरी कर लेगी
नागरकर्नूल में एक सार्वजनिक बैठक में रेड्डी ने किसानों को हौसला देते हुए कहा की जून में जैसे ही आचार संहिता खत्म होगी, कांग्रेस सरकार इस वादे को निभाएगी। राज्य सरकार 15 अगस्त से पहले एक बार में ऋण माफी पूरी कर लेगी।
CM रेड्डी ने दी हरीश राव को चुनौती
बता दें कि विधायक और बीआरएस नेता हरीश राव ने रेवंत रेड्डी से सवाल किया था कि यदि 15 अगस्त तक फसल ऋण को माफ करने में अगर वह असफल रहते हैं तो क्या वह अपने सीएम पद से इस्तीफा दे देंगे? इस सवाल पर रेड्डी ने पलट कर सवाल किया कि यदि उन्होंने उस तारीख तक किसानों का ऋण माफ कर दिया तो क्या उनके चाचा, बीआरएस चीफ के. चंद्रशेखर राव-पार्टी को भंग कर देंगे। रेड्डी ने राव को चुनौती देते हुए कहा कि भले ही सूरज पश्चिम से उगे या आपके चाचा अपने फार्महाउस में आत्महत्या कर लें, कांग्रेस सरकार 15 अगस्त तक किसानों का फसल ऋण माफ कर देगी। साथ ही उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सरकार को भारी बहुमत देकर उनके हाथ मजबूत करें।
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को भारी बहुमत देकर हाथ मजबूत करें
रेवंत रेड्डी ने अविभाजित महबूबनगर जिले के लोगों से आग्रह किया कि वे जिले की दोनों लोकसभा सीटों पर कांग्रेस को भारी बहुमत देकर उनके हाथों को मजबूत करें। उनका कहना था कि वह टीपीसीसी प्रमुख के तौर पर कांग्रेस का नेतृत्व करने वाले और मुख्यमंत्री के रूप में राज्य का नेतृत्व करने वाले इस जिले के पहले व्यक्ति हैं।
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के मजबूती का दावा
उन्होंने कहा, ‘बुर्गुला रामकृष्ण राव के बाद, पालमुरु के एक नेता अब मुख्यमंत्री बन गए हैं। सड़कों और नालों को मंजूरी देने के लिए दूसरों से गुहार लगाने के दिनों से, मेरा निर्वाचन क्षेत्र, कोडंगल, अब 119 विधानसभा क्षेत्रों में विकास कार्यों को मंजूरी दिलाने के चरण में पहुंच गया है और किसी भी चुनाव के लिए उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने में, महबूबनगर जिले के लोगों को राज्य का नेतृत्व करने का यह सुनहरा अवसर नहीं खोना चाहिए।’