बकरी के दूध की दिनबदिन बढती मांग से बकरी पालना का क्रेज किसानों में बढ़ा है। बकरी पालन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार भी किसानों को सब्सिडी देती हैं। बकरी पालन व्यवसाय इनकम का अच्छा सोर्स बन गया है। नतीजतन किसानों का झुकावं बकरी पालन की ओर बढ़ रहा है।
देश में लाखों ऐसे किसान हैं, जो बकरी पालन से महीने में लाखों रुपये की कमाई कर रहे हैं। बैंक भी Commercial Goat Farming के लिए लोन दे रही। कुछ राज्य सरकार तो 90 प्रतिशत सब्सिडी भी दे रही हैं।
नाबार्ड देता है 33 फीसदी सब्सिडी
नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (नाबार्ड) भी खेती-किसानी और बकरी पालन के लिए लोन मुहैया करता है। यह कमर्शियल बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, राज्य सहकारी कृषि और ग्रामीण विकास बैंक,राज्य सहकारी बैंक और शहरी बैंक के माध्यम से लोन देता है। नाबार्ड की योजना के अनुसार, एससी-एसटी वर्ग से आने वाले लोगों को बकरी पालन पर 33 फीसदी सब्सिडी मिलती है। वहीं, ओबीसी और सामान्य श्रेणी के अंतर्गत आने वाले लोगों को 25 प्रतिशत सब्सिडी का लाभ मिलता है। खास बात यह है कि नाबार्ड की योजना के तहत आपको अधिकतम 2.5 लाख रपये का लोन मिलेगा।
50 हजार से 50 लाख रपये तक लोन देती है बैंक
केनरा बैंक भी बकरी पालन के लिए लोन देता है। यह बकरी पालन के लिए 1 लाख रुपये या इससे अधिक का भी लोन देता हैं. ये लोन 4 या 5 वर्ष के लिए पास होता है. आप तिमाही / छमाही/ वार्षिक भुगतान कर सकते हैं. अगर आप एक लाख रुपये से अधिक का लोन लेते हैं, तो आपको जमीन और लोन राशि से बनाई जाने वाली संपत्ति गिरवी रखनी होगी। इसी तरह आईडीबीआई बैंक भी बकरी पालन लोन योजना के तहत भेड़ और बकरी पालन के लिए लोन देता है।भेड़ और बकरी पालन के लिए यह बैंक मिनिमम 50,000 रुपये और अधिकतम 50 लाख रपये तक लोन देता है।
बकरी पालन लोन के लिए जरूरी दस्तावेज
बकरी पालन के लिए दस्तावेज जरुरी हैं। इसके लिए ऐड्रेस प्रूफ,आधार कार्ड, बीपीएल कार्ड, इनकम प्रूफ, 4 पासपोर्ट साइज फोटो,6 महीने का बैंक स्टेटमेंट,जाति प्रमाण पत्र,आवासीय प्रमाण पत्र, बकरी पालन प्रोजेक्ट रिपोर्ट और भूमि रजिस्ट्री के दस्तावेज जरुरी है।