बारिश में करें टमाटर की खेती होगी बंपर कमाई

किसी भी फसल की खेती के लिए बारिश का मौसम बेहतरीन होता है। कम पानी की समस्या भी बारिश के कारण दूर हो जाती है। टमाटर की खेती भी बारिश के सीजन में अच्छी उपज दे सकती है। वैसे तो टमाटर हर साल उगाये जा सकते हैं लेकिन बारिश में भी कुछ चीजों को ध्यान रखें तो इस खेती से बम्पर कमाई की जा सकती है।

बरसात में टमाटर की खेती में मुनाफा कमाने के लिए पौधों का विशेष ध्यान रखना पड़ता है क्योंकि बारिश में अधिक जलजमाव से पौधों को नुकसान हो सकता है। बारिश में पौधों में संक्रमण की शिकायत अधिक हो सकती है। इस बात पर ध्यान जरूर दें की बारिश में खेती के लिए टमाटर की कौन सी किस्म फायदेमंद होगी।

बरसात के मौसम में टमाटर की खेती के दौरान खेती की तकनीकों का अच्छे से पालन करें। जैसे कि खेत में मिट्टी चढ़ाना, पौधों में खाद देना जैसे काम सही समय पर करें। टमाटर की खेती करने के लिए पहले पौधों की नर्सरी तैयार करें। छायादार जगह पर नर्सरी तैयार करें। इससे पौधें अच्छे तैयार होते हैं।

आइये जानें बारिश में कैसे करें टमाटर की खेती 

बीज का चयन: बरसात के मौसम में टमाटर की खेती करने के लिए सबसे पहली और जरूरी शर्त बीज के चयन को लेकर होती है। किसानों को ऐसे किस्म के बीजों का चयन करना चाहिए जो बारिश के मौसम के लिहाज से उपयुक्त हो। इसके साथ ही जब बीज खरीद रहे हों तो बीजों की गुणवत्ता, पैकेजिंग और प्रमाणीकरण को अच्छे से देख लेना चाहिए।

टमाटर की बुआई: बरसात के मौसम में टमाटर की रोपाई सही समय पर करनी चाहिए। किसानों को जून जूलाई के महीने में बीज की बुवाई करनी चाहिए। बारिश की शुरुआत में अच्छी बारिश की संभावना होती है। इससे मिट्टी गिली हो सकती है। इसलिए सही समय पर इसकी बुवाई कर देनी चाहिए।

खेत तैयार करें: टमाटर की खेती करने के लिए खेत की तैयारी पर विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। इसलिए मिट्टी की तैयारी अच्छे से करनी चाहिए। इसके लिए उपयुक्त कृषि उपकरणों का इस्तेमाल कर खेत की तैयारी करें।

उचित तरीके से बूट लगाएं : बरसात की तिमाही में बूट लगाने की जरूरत होती है। इसलिए उचित तरीके से बूट लगाए जाने चाहिए। बूट लगाने के लिए पोधों की सिंचाई अच्छे से करनी चाहिए।

सिंचाई: बारिश के मौसम में शुरुआती बारिश होने के बाद कई बार लंबे समय तक सूखा हो जाता है। ऐसी स्थिति में सिंचाई करने के लिए कुएं या तालाब में जल को जमा करें और उसका इस्तेमाल करें।

संक्रमण: बारिश के मौसम में टमाटर की खेती में कीट और रोगों के संक्रमण का खतरा बना रहता है। इससे बचाव के लिए उचित तरीके से कीट प्रबंधन की आवश्यकता होती है। किसान अपने खेत में जैविक या रासायनिक विधि से रोग और कीट का प्रबंधन कर सकते हैं।

तुड़ाई: टमाटर की अच्छी गुणवत्ता वाले फल हासिल करने के लिए टमाटर को सही समय तक पकने और फिर सही समय पर इसकी तुड़ाई करें।

अच्छी पैदावार : टमाटर की अच्छी पैदावार के लिए खेत और फसल का प्रबंधन सही तरीके से करना चाहिए। सही मात्रा में पानी डालना चाहिए और पोधों की प्रूनिंग, खरपतवार नियंत्रण सही तरीके से करें।

 

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