सूरजमुखी उन चुनिंदा फसलों में से एक है, जिस पर मौसम का असर नहीं होता। सूरजमुखी की खेती गर्मी, ठंड या किसी भी मौसम में की जा सकती है। मार्च के महीने को सूरजमुखी की खेती के लिएं सर्वोत्तम माना जाता है। सूरजमुखी की खेती से किसान तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं। इसके बीज और तेल की बाजार में मांग तेजी से बढ़ रही है। सूरजमुखी की खेती से किसान डबल मुनाफा कमा सकतें हैं।
सूरजमुखी के बीजों से 80 से 100 दिनो मे 40 से 50% तेल किसान को मिल सकता है। सूरजमुखी के पौधे से मुनाफा कमाने के लिए 3 से 4 बार सिंचाई की जाती है।
आइए अब बताते हैं आपकों सूरजमुखी की सबसे अच्छी किस्मों के बारे में
ज्वालामुखी: ज्वालामुखी की फसल को तैयार होने मे तीन महीने का समय लगता है। इसकी बीजों से 45% तक तेल प्राप्त किया जा सकता है। ये पौधे 170 Cm तक लंबे होते हैं। एक एकड़ में ज्वालामुखी की 12 क्विंटल तक पैदावार हो सकती है।
एम्एसएफएच् -4 : सूरजमुखी की इस फसल से लगभग 43% तक तेल प्राप्त किया जा सकता है। इसकी फसल को तैयार होने में तीन महीने से थोडा अधिक समय लगता है। एक एकड़ में खेती करने पर इसकी 8 से 10 क्विंटल तक पैदावार हो सकती है। इसकी फसल की खेती ठंड में की जाती है।
एम्एसएफएस -8 : सूरजमुखी की सबसे उत्कृष्ट किस्मों में से एक MSFS –8 की ऊंचाई लगभग 180 से 200cm तक होती है। MSFS –8 मे 40 से 43 % तेल की मात्रा पाई जाती है। एक एकड़ में इसकी खेती करने पर 6 से 7 क्विंटल पैदावार होती है। इसकी फसल को तैयार होने में 85 से 100 दिनो का समय लगता है।
केविएसएच –1: सूरजमुखी की सबसे बेस्ट किस्मों में शमिल KVSH –1 मुनाफे के मामले में भी सबसे आगे हैं। एक एकड़ में इसकी खेती करने पर ये 12 से 15 क्विंटल तक पैदावार देती हैं। इनके बीजों से करीब 40–44% तक तेल प्राप्त किया जा सकता है। इसकी फसल 90 से 97 दिनो मे तैयार हो जाती है