देश में उगाई जाने वाली 11 प्रमुख फसलों में से 4 फसलें ही ऐसी हैं जिनका बाजार मूल्य सरकार के निर्धारित समर्थन मूल्य से नीचे चल रहा है। एमएसपी के करीब या उससे ऊपर। इस समय मंडियों में मक्का, मूंग, बाजरा और रागी के दाम सरकार के समर्थन मूल्य से नीचे चल रहे हैं। इन फसलों का बाजार भाव समर्थन मूल्य से कम होना बाजार में इनकी मांग में गिरावट का संकेत बताया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देशभर में ज्वार, अरहर, कपास, उड़द और धान (गैर-बासमती) की औसत कीमतें न्यूनतम समर्थन मूल्य से 5-38 फीसदी ज्यादा हैं। हालांकि, गैर-बासमती धान की कीमत विभिन्न राज्यों में किस्म के आधार पर व्यापक रूप से भिन्न होती है। किसानों को गैर-बासमती धान के लिए 2,291 रुपये प्रति क्विंटल मिले हैं, यह 2,183 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य से 5 प्रतिशत अधिक है।
इन कृषि उत्पादों की कीमत है ज्यादा
विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान में फसल की कीमतों में मिला-जुला रुख है और कीमतें उनकी वास्तविक मांग-आपूर्ति की स्थिति को प्रतिबिंबित नहीं कर रही हैं। एगमार्कनेट पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर-नवंबर के दौरान उत्तर प्रदेश में अरहर की कीमतें 9,410 रुपये प्रति क्विंटल थीं। यह दर्ज किया गया, जो एमएसपी से लगभग 34 प्रतिशत अधिक था। तुअर का न्यूनतम समर्थन मूल्य 7,000 रुपये प्रति क्विंटल था। हालांकि अगर देशभर की मंडियों में तुअर के औसत भाव की बात करें तो इस दौरान भाव 9,665 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक रहा। महाराष्ट्र में ज्वार की कीमतें एमएसपी 3,180 रुपये प्रति क्विंटल की तुलना में औसतन 4,607 रुपये प्रति क्विंटल थीं, जो 45 प्रतिशत अधिक है।