किसानों की उम्मीदों पर फिरा पानी, कई राज्यों में बारिश से फसल को नुकसान

Paddy harvesting

एक बार फिर बेमौसम बरसात ने किसानों की चिंता बढ़ा दी हैं देश के कई राज्यों में 5 तारीख से हल्की बारिश देखने मिली हैं और कल भी कई राज्यों में बारिश हुई थी फरवरी के पहले दिन से ही बारिश का सिलसिला लगातार जारी हैं ,देखा जाए तो दिल्ली-NCR और इसके आसपास के कई इलाकों में हल्की से भारी बारिश होने से ठंड में वृद्धि हो गयी हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि आज राज्य में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी जारी रहेगी.भारी बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया हैं। किसानों के लिए फसलों के लिहाज से मौसम की अहम भूमिका होती हैं क्यूंकि फसलें मौसम और वातावरण पर काफी निर्भर करती हैं ,फरवरी का महीना शुरू होते ही इस महीने में बारिश भी होने लगी हैं ठंड का स्तर भी कुछ ज्यादा कम नहीं हुआ हैं ऐसे में इस बारिश और ठंड से किसानों को फायदा होने के असर हैं या फिर नुक़सान की संभावना हैं आइए विस्तार से जानतें हैं

किन किन राज्यों में हुई भारी बारिश

मौसम विभाग के अनुसार 5 से 6 फरवरी के दौरान पंजाब ,हरियाणा और दिल्ली के कुछ हिस्सों में सुबह से ही घना छाया हुआ था। जम्मू ,कश्मीर,लदाख,मुजफ्फराबाद और हिमाचल जैसे स्थानों पर बारिश के साथ घना कोहरा छाए रहने की संभावना हैं इसके आलावा उत्तराखंड के ऊंचे इलाकों में भारी बर्फवारी की संभावना हैं और वहीं हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के निचले इलाकों में भी छिटपुट ओलावृष्टि हो सकती हैं। असम,मेघालय ,मिजोरम,मणिपुर और त्रिपुरा में 6 फरवरी तक भारी बारिश की संभावना हैं कल राजस्थान ,बिहार और उत्तरप्रदेश में छिटपुट वर्षा और मौसम शुष्क बना रह सकता हैं साथ ही आज नागालेंड,मिजोरम ,मणिपुर,त्रिपुरा और सिक्किम में छिटपुट तूफान के साथ ओलावृष्टि पड़ सकती हैं

किसानों के लिए कैसा हैं मौसम

किसानों के लिए मौसम बहुत महवत्पूर्ण होता हैं क्यूंकि बारिश की वजह से उनकी फसलों पर इसका असर पड़ता हैं फरवरी शुरू होते ही बारिश ने दस्तक दे दिया है ऐसे में किसान को फसलों की चिंता सत्ता रही हैं फरवरी में बारिश होने से किसानों के लिए लाभकारी भी हैं तो हानिकारक भी क्यूंकि बारिश से कुछ फसलों का नुकसान होता हैं तो बारिश से कुछ फसलों को फायदा भी मिलता हैं

बारिश से इन फसलों को होगा लाभ

फरवरी में बारिश की वजह से कई फसलों को फायदा होगा। कृषि जानकारों के अनुसार बारिश से गन्ना ,सरसों,गेहूं,मटर,और रबी की फसलों को फायदा मिलेगा। गेहूं की जिन फसलों की देरी से बुवाई हुई हैं उसके लिए यह मौसम सबसे जयदा उपयुक्त हैं क्यूंकि उसके लिए यह बारिश बेहद जरुरी हैं लेकिन अगर बारिश ज्यादा होती हैं तो फिर कुछ फसल खराब भी हो सकती हैं ,फिलहाल जिस मात्रा में बारिश हुई और जो मौसम बना हुआ था वह किसानों के लिए फायदेमंद हैं

बारिश के कारण इन फसलों को होगा नुकसान

बारिश की वजह से कई फसलों का नुकसान भी हुआ हैं सोमवार को कई जगहों पर हल्की बारिश देखने मिली ऐसे में बारिश से दलहन और तिलहन की फसलों को नुक़सान हुआ है। मसूर ,चना ,सरसों और मटर सहित अन्य फसलों को बारिश ने नुक़सान पहुंचाना शुरू कर दिया हैं इस समय सबसे अधिक नुक़सान मसूर ,चना और सरसों के फसल को हुआ हैं

बूंदाबांदी से तापमान में गिरावट के आसार

कल सोमवार को जिले में हल्की बूंदाबांदी हुई दिन भर आसमान पर बादल छाए रहे जिसकी वजह से मौसम में ठंडी बनी रही मौसम विभाग के अनुसार 7 फरवरी तक हल्की बारिश होने की उम्मीद हैं प्रदेश के तापमान में वृद्धि के कारण ओसांक में कमी आयी है। राज्य में न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है. न्यूनतम तापमान 12 से 21 डिग्री के बीच है. अधिकतम तापमान औसत से 3 डिग्री तक बढ़ गया है.सांताक्रूज़ में राज्य का उच्चतम तापमान 35.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, कई स्थानों पर पारा 32 डिग्री से ऊपर रहा। अनुमान है कि आज (6 तारीख को) न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी जारी रहेगी.

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