Wheat Production Increased India : इस साल देश में गेहूं की बुआई में बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा, मौसम की अनुकूल परिस्थितियों के कारण देश में इस साल रिकॉर्ड 11.5 करोड़ टन गेहूं का उत्पादन होने की संभावना है। पिछले कई वर्षों की तुलना में यह अब तक का सबसे अधिक उत्पादन है। रिकॉर्ड उत्पादन के चलते गेहूं के दाम में गिरावट आ सकती है। हालांकि, बेमौसम बारिश के कारण कई जगह फसल प्रभावित हुई है और उत्पादन घट सकता है। बारिश के कारण अरहर दाल के उत्पादन पर असर पड़ा है। जिसके कारण इसकी कीमतें आसमान छू रही हैं। अरहर दाल 200 रुपये प्रति किलो के पार जाने के संभावना है।
रबी सीजन में गेहूं की रिकॉर्ड बुआई
फसल वर्ष 2022-23 (जुलाई से जून) में गेहूं का उत्पादन करीब 11 करोड़ टन था। जबकि पिछले साल उत्पादन 10.77 करोड़ टन था। कृषि मंत्रालय को उम्मीद है की मौसम अनुकूल रहा तो इस साल गेहूं का उत्पादन करीब 11.5 करोड़ टन होगा। केंद्र सरकार ने इस साल गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 2,275 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। सरकार को उम्मीद है की एमएसपी अधिक होने से ज्यादातर किसान गेहूं बेचेंगे।
पिछले वर्ष की तुलना में गेहूं फसल के रकबे में बढ़ोतरी हुई है। गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य पिछले वर्ष की तुलना में 7 प्रतिशत बढ़ाया गया है। इस साल 2275 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदा जाएगा। इतने बड़े पैमाने पर गेहूं का उत्पादन सरकार के लिए राहत की बात है। क्योंकि ‘एफसीआई’ के स्टॉक से गेहूं खुले बाजार में वितरित किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि एफसीआई आने वाले दिनों में खुले बाजार में गेहूं की बिक्री बंद कर सकता है।
कीमत में पांच रुपये प्रति किलो की गिरावट
अब तक 59 लाख टन गेहूं खुले बाजार में बिक चुका है। गेहूं के रिकॉर्ड उत्पादन से गेहूं की कीमत में पांच रुपये प्रति किलो की गिरावट आ सकती है। वर्तमान में 34 रुपये प्रति किलोग्राम की कीमत वाला गेहूं 29 रुपये प्रति किलोग्राम और 40 रुपये प्रति किलोग्राम की कीमत वाला गेहूं 35 रुपये प्रति किलोग्राम होने की संभावना है।