टमाटर की गिनती दुनिया में सबसे अधिक खाई जानें वाली सब्जी मे होती है। टमाटर यूं तो अकेला कभी नही खाया जाता, इसका अधिक उपयोग सब्जियों के साथ किया जाता है। वैसे दुनियां में लाल रंग के आलावा भी टमाटर के और कई रंग हैं। लाल और काले टमाटर के साथ अब हरे टमाटर की मार्केट मे भी अच्छी डिमांड देखने को मिलती है।
आइए जानते हैं की, कैसे होगी हरे टमाटर की खेती?
हरे टमाटर की बात करे तो इसकी खेती लाल टमाटर से कुछ अधिक अलग नही होती, हरा टमाटर कच्चे टमाटर को कहा जाता है। हरे टमाटर का स्वाद लाल टमाटर से थोड़ा अधिक एसिडिक होता है। हरे टमाटर की खेती करने से पहले उन्हे नर्सरी में लगाया जाता है। जब नर्सरी में चार हफ्ते बीत जाते हैं तब इन्हें खेतो में लगाया जाता है।
टमाटर के लिएं कोई विशेष मिट्टी की ज़रूरत नही होती, दोमट मिट्टी से लेकर काली मिट्टी में इसकी खेती की जा सकती है। इसकी बुवाई के लिएं जुलाई, अगस्त के महीने को सर्वोत्तम माना जाता है।
हरे टमाटर के फायदे:
हरे टमाटर की मार्केट में अच्छी खासी डिमांड देखने को मिलती है। इससे मुनाफा होने के भी अच्छे चांसेज होते हैं। हरे टमाटर मे विटामिन, कैल्शियम, प्रोटीन और कई तरह के पोषक तत्व पाएं जाते हैं। हरे टमाटर को लोग सलाद, सब्जी और आचार के रुप में खाना पसंद करते हैं ।