भारत में किसान आज कल सिर्फ traditional farming ही नही बल्कि उससे कुछ अलग हटकर करने की कोशिश हर दिन कर रहा है। ऐसे मे कुछ किसान ऐसे भी है जो चंदन यानी Sandalwood की खेती में भी अपना हाथ आजमाने से पीछे नहीं हट रहें हैं।
चंदन एक ऐसा पेड़ है जो हर मौसम में फलता है और इसकी अपनी कई सारी विशेषताएं भी होती है। चंदन का उपयोग पूजा पाठ मे भी किया जाता है। भारत में सबसे अधिक इसकी खेती South India यानी Karnataka और Tamil Nadu मे की जाती है।
कैसे कर सकतें हैं Sandalwood की खेती?
चंदन की खेती करने के लिए कोई special मौसम की requirements नही होती है। चंदन के पौधो को किसी भी महीने में लगाया जा सकता है। हालाकि, इस बात का ख़ास ख़्याल रखे की जिस चंदन के पौधे को लगाया जा रहा है उसकी उम्र कम से कम दो साल होनी चाहिए।
साफ़ सफाई का रखें विशेष ध्यान
चंदन का पौधा लगाने के बाद उसकी साफ़ सफाई का भी विशेष ध्यान रखे। इसके साथ ही इस बात का ध्यान रखे की जहां चंदन के पौधे लगे हुए हैं वहा कभी पानी न भरे। Sandalwood की growth के लिए Host plant को काफी अच्छा माना जाता है। Host plant और Sandalwood की जड़े जैसे ही आपस में मिलती है इसका फ़ायदा sandalwood की growth मे देखने को मिलता है।
हो सकती है करोड़ों की कमाई
चंदन की लकड़ी काफी महंगी होती है। चंदन के एक पेड़ से 6 से 8 लाख़ रूपए कमाए जा सकते हैं। ऐसे में 1 एकड़ में क़रीब 600 पेड़ लगाएं जा सकते हैं, जिससे 30 से 35 करोड़ की कमाई की जा सकती है।