केंद्र सरकार द्वारा किसानों को विभिन्न लाभ दिलाने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड जारी किया गया है । अब इस क्रेडिट कार्ड के जरिये आप मछली पालन और पोल्ट्री व्यवसाय के लिए भी लोन ले सकते हैं।आप इसके जरिये 2 लाख तक का लोन ले सकते हैं। केसीसी से फसलों के लोन और मछली पालन और पोल्ट्री के लोन में एक लाख रुपये का अंतर है। फसलों के लिए जहां आप 3 लाख रुपये का लोन ले सकते हैं वहीं मछली पालन और पोल्ट्री के लिए 2 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है।
केंद्र सरकार ने किसानों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की ताकि किसानों को अलग लोन दिया जा सके लेकिन अब सरकार ने इसकी सुविधा बढ़ा दी है।अब आपको मछली पालन और पोल्ट्री व्यवसाय के लिए भी लोन मिलेगा।
यह योजना राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण बैंक द्वारा शुरू की गयी थी। इस योजना में किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के साथ बचत खाता भी दिया जाता है। इसके साथ ही इस योजना के तहत किसानों को खेती के लिए बेहद काम ब्याज दर पर लोन दिया जाता है। पीएम किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत किसनों को 3 लाख रूपये तक का लोन 4 फीसदी की ब्याज दर पर उपलब्ध कराया जाता है।
जाने क्या है किसान क्रेडिट कार्ड पर लोन लेने के फायदे
किसान क्रेडिट कार्ड में किसानों को 7 फीसदी की ब्याज पर लोन मिलता है इसमें हर साल 2 प्रतिशत की ब्याज छूट दी जाती है। अगर किसान का लोन लौटाने का ट्रैक रिकॉर्ड ठीक हो और मछली पालन सही चल रहा हो तो सरकार की तरफ से 3 परसेंट की दर से लोन दिया जाता है। इसका अर्थ हुआ कि किसान अगर समय से लोन चूका दे तो 4 परसेंट का ही ब्याज लिया जाएगा। ऐसे में किसान आसानी से मछली पालन और पोल्ट्री के लिए 2 लाख रूपये का लोन 4 प्रतिशत के ब्याज पर ले सकते है।
सबसे ख़ास बात यह है कि खेती- बाड़ी के लिए केसीसी के लोन पर प्रोसेसिंग फीस और सिक्योरिटी माफ की जाती है। ठीक वैसे ही अगर पोल्ट्री और मछली पालन के लिए केसीसी से लोन लेते हैं तो 1.6 लाख तक के लोन पर कोई सिक्योरिटी देने की जरूरत नहीं होगी।
इस लोन में एक खास नियम भी है। अगर कोई पशुपालक अपना दूध सीधा सोसायटी या मिल्क यूनियन को बेचता है और इसमें किसी तीसरे पक्ष का कोई रोल नहीं है और दूध का पैसा किसान के खाते में सीधा आता है, तो उसे 2 लाख के बदले 3 लाख तक का लोन मिल सकता है, वह भी बिना किसी सिक्योरिटी चार्ज के।