राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) ने गन्ना बकाया और गन्ने की कीमतों में वृद्धि को लेकर लखनऊ में विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा कि उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों को चलते हुए दो महीने हो गए हैं, लेकिन इसके बावजूद सरकार ने अभी तक गन्ने का मूल्य घोषित नहीं किया है। रालोद प्रवक्ता ने कहा कि उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। वहां गन्ने का भाव 400 रुपये प्रति क्विंटल है। वहीं, हरियाणा में बीजेपी की सरकार है, जहां किसानों से 395 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गन्ना खरीदा जा रहा है। लेकिन उत्तर प्रदेश में सरकार गन्ने का दाम नहीं बढ़ा रही है।
अनिल दुबे ने कहा कि जबकि सरकार ने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि किसानों को उत्पादन लागत का डेढ़ गुना दाम दिया जाएगा और किसानों की आय भी दोगुनी की जाएगी। लेकिन सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर 23 दिसंबर तक गन्ना मूल्य वृद्धि नहीं की गई तो रालोद धरना-प्रदर्शन करेगा और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपेगा। इसी के चलते आज राष्ट्रीय लोकदल ने प्रदर्शन किया।
आलू का समर्थन मूल्य घोषित किया जाए
प्रवक्ता अनिल दुबे ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने अवरोधक लगाकर रालोद कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया। लेकिन लंबे संघर्ष के बाद पुलिस ने हमसे ज्ञापन लिया और आश्वासन दिया कि हमारी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाई जाएगी। अनिल दुबे ने कहा कि आरएलडी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिए अपने ज्ञापन में मांग की है कि उत्तर प्रदेश में गन्ने का मूल्य बढ़ाकर 450 रुपये प्रति क्विंटल किया जाए। साथ ही मिलों पर किसानों का जो भी बकाया है, उसका ब्याज सहित भुगतान किया जाए। इसके अलावा आलू का समर्थन मूल्य भी घोषित किया जाए।
फिर किया जाएगा प्रदर्शन
वहीं, आरएलडी प्रवक्ता ने पुलिस भर्ती को लेकर भी सरकार को घेरा और कहा कि पुलिस भर्ती में आयु सीमा में छूट दी जाए, क्योंकि कोरोना काल में जो पुलिस भर्ती होनी थी, उसे स्थगित कर दिया गया था। लेकिन अब सभी उम्मीदवारों की आयु सीमा बढ़ गई है। वह ओवरएज हो गए हैं। ऐसे में उम्मीदवारों को ध्यान में रखते हुए पुलिस उम्मीदवारों को आयु सीमा में छूट दी जानी चाहिए। अगर सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो आने वाले समय में हम बड़े स्तर पर बड़ा प्रदर्शन करेंगे।