महाराष्ट्र में अब किसान सोयाबीन की खेती को लेकर पछता रहे हैं। क्योंकि वर्तमान में मंडियों में किसानों को अच्छे दाम नहीं मिल रहे हैं। सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 4600 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। जबकि इससे उन्हें कम कीमतों से संतोष करना पड़ता है। देश के प्रमुख सोयाबीन उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में 80 फीसदी से अधिक मंडियों को सोयाबीन का कोई दाम नहीं मिल रहा है। दूसरी ओर चावल की फसल के मामले में भारत काफी पीछे है और हर साल दूसरे देशों से करोड़ों रुपये के खाद्य तेल का आयात करता है। किसानों को प्याज या सोयाबीन के सही दाम नहीं मिल रहे हैं।
महाराष्ट्र की प्रमुख फसलें सोयाबीन, प्याज, कपास, चना और अंगूर हैं। इनमें से दो कृषि उपज की कीमत बहुत कम है। दोनों की खेती करने वाले किसान काफी परेशान हैं। महाराष्ट्र कृषि विपणन बोर्ड के एक अधिकारी के अनुसार, 23 जनवरी को छत्रपति संभाजीनगर में केवल 12 क्विंटल सोयाबीन बिक्री के लिए आया था और इसके बावजूद मिनिमम प्राइस 4400, मैक्सिमम प्राइस 4450 और एवरेज प्राइस 4425 रुपए रहा। औरंगाबाद जिले की सिल्लोड मंडी में केवल 30 क्विंटल प्याज बिक्री के लिए आया। इसके बावजूद न्यूनतम मूल्य 4500 और अधिकतम मूल्य 4550 रुपये प्रति क्विंटल मिला।
सोयाबीन का है बड़ा बाजार
सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने बताया है कि सोयाबीन भारत के लिए एक महत्वपूर्ण फसल क्यों है। संस्थान के अनुसार, सोयाबीन वर्तमान में देश में कुल तिलहन फसलों का 42 प्रतिशत और कुल खाद्य तेल उत्पादन में 22 प्रतिशत योगदान दे रहा है। जनसंख्या में वृद्धि के साथ, खाद्य तेल की मांग बढ़ रही है। लगभग 50 प्रतिशत मांग विभिन्न तिलहन फसलों से पूरी की जा रही है। शेष 50 प्रतिशत मांग आयात से पूरी की जा रही है। सभी तिलहन फसलों में सोयाबीन ही एकमात्र ऐसी फसल है, जिसमें खाद्य तेल के उत्पादन में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की क्षमता है। हालांकि किसानों का कहना है कि अगर उन्हें दाम नहीं मिले तो वे इसकी खेती कम कर देंगे। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र देश में सोयाबीन के दो सबसे बड़े उत्पादक हैं।
प्रमुख मंडियों में सोयाबीन के दाम
23 जनवरी को मनोरा में 576 क्विंटल सोयाबीन की आवक हुई। यहां न्यूनतम भाव 4251 रुपये और अधिकतम भाव 4545 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
मालेगांव (वाशिम) में 350 क्विंटल सोयाबीन की आवक हुई। इस मंडी में न्यूनतम भाव 4100 रुपये और अधिकतम 4500 रुपये प्रति क्विंटल था।
सोलापुर में 35 क्विंटल की आवक हुई। इस मंडी में सोयाबीन का न्यूनतम भाव 4500 रुपए व अधिकतम भाव 4570 रुपए प्रति क्विंटल रहा।
नागपुर मंडी में 653 क्विंटल सोयाबीन की आवक हुई। इस बाजार में न्यूनतम मूल्य 4000 रुपये और अधिकतम 4390 रुपये प्रति क्विंटल था।