चंद्रपुर में तीन दिवसीय ताडोबा उत्सव का आयोजन किया गया। इस मौके पर चंद्रपुर में एक अनोखा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया। 26 प्रकार के देशी पौधों और कुल 65 हजार 734 पौधों की मदद से “भारतमाता” लिखा गया। कार्यक्रम का आयोजन शहर के रामबाग फॉरेस्ट कॉलोनी मैदान में किया गया था। ये आयोजन महाराष्ट्र वन विभाग की ओर से किया गया था। इस दौरान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से एक टीम मौजूद रही। गिनीज बुक के टीम द्वारा रिकॉर्ड को लेकर पूरे निष्कर्षों को जांचने के बाद गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होने की घोषणा की गई और इसका प्रमाण पत्र वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार को सौंपा गया।
पर्यटन के माध्यम से रोजगार सृजन का प्रयास
ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व को विश्व स्तर पर बढ़ावा देने के लिए, ताडोबा महोत्सव 1 मार्च से चंद्रपुर शहर के चंदा क्लब मैदान में शुरू हो गया है। इसके जरिए वन विभाग ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व में पर्यटन के जरिए स्थानीय लोगों के लिए रोजगार बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। चंद्रपुर में स्थित ताडोबा टाइगर रिजर्व बाघों के लिए मशहूर है। यहां देश विदेश से पर्यटक बाघों को देखने के लिए आते हैं। ताडोबा में 200 से भी ज्यादा बाघों की संख्या है।
2070 तक भारत के लिए शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य
महाराष्ट्र के वनमंत्री मुनगंटीवार ने कहा कि ताडोबा को पर्यावरण जागरूकता और विश्व रिकॉर्ड के लिए एक केंद्र बनाने की एक पहल है। इससे वन विभाग के भावी कार्यों को प्रेरणा मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2070 तक भारत के लिए शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष को पूरा करने की दिशा में वन विभाग कार्य कर रह है।
देश और दुनिया में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना उद्देश्य
महाराष्ट्र के वन मंत्री मुनगंटीवार ने विश्वास व्यक्त किया कि इस विश्व रिकॉर्ड के माध्यम से महाराष्ट्र वन विभाग देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा। उन्होंने ने कहा कि यह विश्व रिकॉर्ड सिर्फ सर्टिफिकेट पाने के लिए नहीं है, बल्कि देश-दुनिया में पर्यावरण संरक्षण का प्रसार करने के उद्देश्य से किया गया है।