पश्चिमी महाराष्ट्र में सूरज की गर्मी बढ़ने लगी है तो वहीं बेमौसम बारिश शुरू होने से संकट गहराता नजर आया। विदर्भ, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में भी ओलावृष्टि हुई। जिससे फसल को भारी नुकसान होने से किसानों को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले तीन दिनों के लिए अलग अलग राज्यों के हिस्सों में बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 2 मार्च तक महाराष्ट्र में बेमौसम का माहौल ऐसा ही बना रहने वाला है ।
किन -किन स्थानों पर बारिश की संभावना
मौसम वैज्ञानिक माणिकराव खुले ने गुरुवार 29 फरवरी यानी कल झंझाव में मानसून के प्रवेश की संभावना जताई है। वहीं भारत में शनिवार 2 मार्च तक भारी बारिश और भारी बर्फबारी के साथ ओलावृष्टि की संभावना जताई है कि महाराष्ट्र में, कर्नाटक के चिकमगलूर से लेकर महाराष्ट्र के सतारा रत्नागिरी तक बारिश होगी। खुले ने भविष्यवाणी की है कि उच्च ऊंचाई पर कम दबाव वाले वैक्यूम की उपस्थिति के कारण मुंबई, कोंकण और पूरे महाराष्ट्र में अगले 4 दिनों तक झोंकों और हवाओं के साथ बेमौसम बारिश की संभावना बढ़ गई है और यह शनिवार, 2 मार्च तक जारी रहेगी।
महाराष्ट्र में 2 मार्च तक बारिश बढ़ने का अनुमान
कल, मंगलवार, 27 फरवरी को सिस्टम की तीव्रता के कारण मराठवाड़ा, विदर्भ और खानदेश में बेमौसम बारिश के साथ-साथ छिटपुट ओलावृष्टि भी हुई। दरअसल, विदर्भ, मराठवाड़ा और खानदेश में 25 से 27 फरवरी तक बेमौसम मौसम और ओलावृष्टि की संभावना केवल 3 दिनों तक ही सीमित थी। लेकिन अरब सागर से पश्चिमी राजस्थान में नमी डालने वाले सिस्टम और दो निचले स्तर के सिस्टम के संगम के कारण अब पूरे महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश का दौर 4 दिन यानी 2 मार्च तक बढ़ने का अनुमान है।
लेकिन इस दौरान ओलावृष्टि की संभावना केवल नंदुरबार, धुले, जलगांव, नासिक नगर और मराठवाड़ा में 8, कुल 13 जिलों और आस-पास के क्षेत्रों में 5+8 है। खुले ने 28 फरवरी से 1 मार्च तक 3 दिनों की भविष्यवाणी की है। पूरे महाराष्ट्र में 2 मार्च तक नंदुरबार, धुले, जलगांव, नासिक नगर और मराठवाड़ा में 8, कुल 13 जिलों और आस-पास के इलाकों में 5+8 स्थानों पर मामूली बेमौसम बारिश होगी। खुले ने 28 फरवरी से 1 मार्च तक 3 दिनों तक ओलावृष्टि की भी चेतावनी दी है.