बिहार । बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले किसानों ने 200 एकड़ क्षेत्रफल में फूलगोभी की फसल लगाई है। नालंदा जिले के किसनो में गोभी की विशेष वैरायटी-6099 की खेती की शुरुवात की है।
सर्दियों के मौसम की गोभी की सब्जी लगभग सभी की थालियों में परोसी जाती है। शर्दियों के मौसम में गोभी की सब्जी बेहद खास मानी जाती है। देश के विभिन्न राज्यों में गोभी की खेती शर्दी के मौसम में की जाती है। गोभी की सब्जी, पराठे और भुजिया बनाई जाती है। गोभी में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं। गोभी में फोलिक एसिड, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन ई, फाइबर, प्रोटीन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम और पोटेशियम समेत कई अन्य पोषक तत्व पाये जाते हैं। इसका सेवन करने से हमारे शरीर को कई प्रकार के पोषक तत्व मिलते हैं। गोभी की सब्जी सर्दियों के मौसम में बाजारों में दिखती है लेकिन गर्मी आते ही यह बाजार से गायब हो जाती है। गर्मी के मौसम में बिहार के किसान गोभी की खेती कर रहे है जिससे की अब बाजार में पूरे फूलगोभी मिलेगी।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार के नालंदा जिले में किसानों ने 200 एकड़ में फूल गोभी की खेती शुरू वात की है। यहां के किसान एक विशेष किस्म-6099 नामक फूल गोभी की फार्मिंग कर रहे हैं। उद्यान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पंचम कुमार सिंह ने बताया कि पहले किसान सिर्फ सर्दी के मौसम में ही फूल गोभी की खेती करते थे। इसकी नर्सरी जुलाई में तैयार की जाती थी और अगस्त में पौधों की रोपाई होती थी। फिर अक्टूबर से मार्केट में फूल गोभी की आवक शुरू होती थी। लेकिन अब कृषि वैज्ञानिकों नेवैरायटी-6099 की खोज की है जिसके बाद से किसान सालभर फूल गोभी की खेती कर सकते हैं।
वैरायटी-6099 के ट्रायल के तौर पर खेती शुरू की खेती
पिछले साल कुछ किसानों ने वैरायटी-6099 के ट्रायल के तौर पर खेती शुरू की थी और उन्हें ट्रायल में अच्छे परिणाम मिले थे। इसलिए इस साल किसानों ने पहली बार गर्मी के मौसम में फूल गोभी की खेती की है। बिहार के सोहडीह, आशानगर और बबुरबन्ना में करीब 200 एकड़ भूमि में किसानों ने गर्मी के मौसम में फूल गोभी की खेती की है। किसानों ने इसके लिए फसलचक्र भी तैयार किया है। नर्सरी फरवरी महीने में तैयार की जाएगी और उसकी प्राकृतिक उपज मई तक मिलेगी। किसानों ने जून में एक और नर्सरी तैयार की है जिससे उत्पादन अक्टूबर तक होगा। बिहार में गर्मी के मौसम में खेती करने वाले किसानो की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है।
इस विधि से करें फूलगोभी की खेती
यदि किसान भाई खरीफ के सीजन में फूलगोभ की खेती करना चाहते हैं तो उन्हें कई प्रकार की सावधानियां बरतनी पड़ेंगी। फसल की सिंचाई 2 से 3 दिन के अंतराल पर करनी होगी। इसमें रासायनिक खाद का उपयोग करें किसान भाइयों को इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि फसल में यूरिया का इस्तेमाल नहीं करना है। फसल लगाने से पहले सिचाई करके खेत की जुताई करनी है। खेत में पानी के निकास की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। खेत में पानी नहीं रुकना चाहिए।