यूपी में ओलावृष्टि और बेमौसम बरसात ने बड़ी मात्रा में फ़सलोंको नुकसान पहुंचाया है। किसानों की नुकसान भरपाई के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारीयों को सर्वे कराने के निर्देश दिये हैं। उन्हाेंने सभी जिलाधिकारियों, एसडीएम और तहसीलदारों को मौके पर जाकर तत्काल सर्वे कराकर संबंधित विभाग को डिटेल उपलब्ध कराने के लिए आदेशित किया है ताकि 24 घंटे में किसानों के खाते में क्षतिपूर्ति की धनराशि को भेजा जा सके।
सात हजार से अधिक किसानों का आवेदन
पिछले कुछ दिनों से बरसात ने पुरे राज्य में कहर बरपा रखा है। इस बेमौसम बारिश का सबसे बुरा असर फसलों पे पड़ा है। 2 मार्च तक 50 जिलों के सात हजार से अधिक किसानों ने क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे के लिए आवेदन किया है। सर्वे पूरा होने के बाद फसलों के नकुसान का मुआवजा बीमा कंपनियों के साथ राजस्व विभाग से भी दिया जाएगा। दूसरी ओर मौसम विभाग ने राज्य में ओलावृष्टि और बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
2681 आवेदनों का सर्वेक्षण कार्य पूरा
प्रमुख सचिव राजस्व पी. गुरु प्रसाद ने ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान की क्षतिपूर्ति का मुआवजा किसानों को देने के लिए प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों, एसडीएम और तहसीलदारों को मौके पर जाकर सर्वे करने के निर्देश दिये हैं। साथ ही जल्द से जल्द विभाग के पोर्टल पर सर्वे रिपोर्ट लगाने के निर्देश दिये हैं। राहत विभाग के पोर्टल के अनुसार 50 जिलों के 7020 किसानों ने क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे के लिए आवेदन किया है। 2681 आवेदनों का सर्वेक्षण कार्य पूरा कर लिया गया है जबकि 4339 आवेदनों को सर्वेक्षण युद्धस्तर पर कराया जा रहा है। वहीं खराब मौसम को देखते हुए क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे के आवेदनों में और इजाफा होने की संभावना जताई जा रही है।
हमीरपुर के 1256 किसानों के मुआवजे के लिए आवेदन
प्रदेश में हमीरपुर के सबसे ज्यादा 1256 किसानों ने क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे के लिए आवेदन किया है। इसी तरह जालौन के 997, मीरजापुर के 969, ललितपुर के 812, झांसी के 650 और बांदा के 580 किसानों ने क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे के लिए आवेदन किया है जबकि आधा दर्जन जिलों के 100 से अधिक किसानों ने मुआवजे के लिए आवेदन किया है।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
उधर राहत विभाग ने खराब मौसम को देखते हुए अलर्ट जारी किया है। विभाग ने अगले 3 घंटे में अमेठी, अयोध्या, बहराइच, बाराबंकी, गोंडा, हरदोई, लखनऊ, रायबरेली, श्रावस्ती, सीतापुर और उन्नाव में कई स्थानों पर ओलावृष्टि के साथ बारिश की संभावना जतायी है।
सरसो, मटर, मसूर, गेहूं, चना आदि फसलों का नुकसान
ओलावृष्टि और बारिश के कारण सरसो, मटर, मसूर, गेहूं, चना आदि फसलों के नुकसान सर्वाधिक नुकसान हुआ है। 19 से 28 फरवरी तक के बीच छह जनपदों के लगभग 150 से अधिक गांवों में 33 फीसदी से अधिक फसलों की क्षति का आकलन किया गया है। इसमें बांदा जनपद के पैलानी तहसील के 13 गांवों में 45 फीसदी से अधिक व बबेरू तहसील के तीन गांवों में काफी अधिक क्षति की जानकारी प्राप्त हुई है। योगी सरकार ने रिपोर्ट के बाद किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं।
6 जनपदों में 150 से अधिक गांवों का हुआ आकलन
निरंतर हो रही बारिश व ओलावृष्टि से किसानों की फसलों का नुकसान हो रहा है। सरसो, मटर, मसूर, गेहूं, चना आदि की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। 19 से 28 फरवरी तक के जारी आंकड़ों के मुताबिक बांदा जनपद के पैलानी तहसील के 13 गांवों में 45 फीसदी से अधिक व बबेरू तहसील के तीन गांवों में 33 प्रतिशत से अधिक की क्षति का आकलन हुआ है।
राहत आयुक्त जीएस नवीन के मुताबिक फतेहपुर के बिंदकी तहसील के लगभग 10 गांवों में 33 फीसदी से अधिक गेहूं व सरसो की क्षति हुई है। हमीरपुर तहसील के 51 गांवों में गेहूं, सरसो, चना, मटर आदि की फसलों के नुकसान का आकलन किया गया है। वहीं जालौन में भी इन फसलों से जालौन, उरई व कालपी के गांवों में 33 फीसदी से अधिक नुकसान दर्शाया गया है। कानपुर देहात के रसूलाबाद के लगभग 23 और कानपुर नगर के बिल्हौर तहसील के 27 गांवों में 33 फीसदी से अधिक नुकसान का आकलन किया गया है।