बुंदेलखंड की सुखी धरती पर Dragon fruit की खेती से किसान ने न सिर्फ अपनी किस्मत चमकाई,बल्कि यहां के किसानों के लिए भी मिसाल कायम की। हमीरपुर जिले के पाटनपुर में किसान ऋषि शुक्ला ने विदेशी फलों की अहमियत को समझते हुए Dragon fruit की खेती शुरू की। हालांकि उन्हें शुरुआत में सफलता नहीं मिली लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। आज ऋषि 400 रुपये किलो में Dragon fruit बेच रहे हैं।
नहीं मानी हार
ऋषि ने 2019 में केवल 100 पौधे लगाए लेकिन तापमान अधिक होने के चलते पौधे नष्ट हो गए। जिसके बाद उन्होंने दोबारा से 300 पौधे लगाए जिसमें से 100 पौधे फल देने लगे।
400 रुपये किलो बिकता है फल
किसान ऋषि ड्रैगन फ्रूट 400 रुपये किलो तक व्यापारियों को बेच रहे हैं। वहीं उनकी इस खेती को देखकर अब दूसरे गांव के किसान भी प्रेरित हुए हैं।
मुनाफा चार गुना
पाटनपुर गांव में 1 एकड़ क्षेत्रफल में विदेशी फल ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू करने वाले ऋषि शुक्ला ने बताया कि विदेशी फल की खेती से न सिर्फ उन्हें फायदा हुआ है बल्कि दूसरे किसानों की भी किस्मत बदली है। एक एकड़ से दो लाख रुपये का खर्च आता है जबकि मुनाफा चार गुना तक होता है।
अन्य किसानों के लिए बने प्रेरणा
ड्रैगन फ्रूट और एप्पल बेर जैसे फलों की मदद से न सिर्फ किसानों की कमाई बढ़ी है बल्कि अब दूसरे किसान भी तेजी से इस तरह की खेती को अपना रहे हैं। हमीरपुर जिले में गेहूं और धान की फसल करने वाले किसान अब उद्यान विभाग के सहयोग से ड्रैगन फ्रूट की खेती से मोटा मुनाफा कमाने लगे हैं।
बढ़ने लगा है विदेशी फलों की खेती का दायरा
जिले में 10 हेक्टेयर क्षेत्रफल में ड्रैगन फ्रूट की खेती हो रही है। परंपरागत खेती करने वाले किसानों ने अब अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए विदेशी फल और सब्जियों की खेती के तरफ कदम बढ़ाए हैं।