धान की खेती में हीरा मिलने से रातोंरात बदल रही है, किसानो की किस्मत

आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में किसान मानसून की शुरुआती बारिश के बीच धान की रोपाई कर रहे हैं। लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यहां किसानों को सैकड़ों-हजारों रुपए के हीरे मिल रहे है । बरसात के मौसम की शुरुआत न केवल किसानों को बल्कि कुरनूल जिले के कई गांवों में रत्नों की खोज करने वाले शिकारियों को भी आशा जगा दी है । आप यह जानकर चौंक जाएंगे कि तुग्गली और मद्दिकेरा मंडल गांवों के भाग्यशाली खेत श्रमिकों ने कुछ ही हफ्तों में 70 मिलियन रुपये के हीरे खोज निकाले।

अब तक कुल इतने हीरे बरामद:

इससे भी अधिक दिलचस्प बात यह है कि स्थानीय व्यापारी और जौहरी अब इन हीरों के लिए किसानों का शोषण कर रहे हैं। दरअसल, कुछ किसान यह नहीं समझ पाए कि  उनके खेत में ऐसे हीरे भी हो सकते हैं। ये हीरे एक छोटे पत्थर से अलग दिखते थे।  इसके अलावा, उन्हें इन कीमती हीरों की कीमत के बारे में भी कोई अंदाज़ा नहीं था। ऐसे में स्थानीय व्यापारियों और जौहरियों ने इन हीरो को किसानो और मजदूरों से हथियाना शुरू कर दिया। स्थानीय मीडिया के मुताबिक पिछले हफ्ते दस हीरे मिले हैं।  ऐसा कहा जाता है कि व्यापारियों ने इन हीरों  को किसानों से भारी रकम देकर खरीदा था। रविवार को जोनागिरी में खेत मजदूरों को एक ही दिन में दो हीरे मिले।

पुलिस ने इस घटना को बताया अफवाह:

मदनंतपुरम गांव में एक किसान को हाल ही में एक हीरा मिला। एक स्थानीय व्यापारी ने इसे एक किसान से खरीदने के लिए 15 लाख रुपये का भुगतान किया। तोग्गाली मंडल के जूनागिरी में एक खेत में काम करने वाले मजदूरों को दो हीरे मिले। उनमें से एक ने दो हीरों में से एक को छह तौला सोना और 600,000 रुपये नकद में बेच दिया। दूसरे हीरे की नीलामी अभी बाकी है और इसकी अनुमानित कीमत 12 लाख रुपये है। पुलिस इन निष्कर्षों को महज अफवाह बता रही है। पुलिस के अनुसार, ग्रामीण हर साल मई में हीरे की खोज शुरू करते हैं और बरसात के मौसम के अंत तक जारी रखते हैं। पुलिस का कहना है कि इस साल उन्हें हीरो के मिलने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।

रातों रात चमक रही किसानो की किस्मत:

जोनागिरी, तुग्गली, मद्दिकेरा, पगिदिराई और पेरावली मंडल गांवों में यह एक आम बात है। यहां बरसात के मौसम में ग्रामीण किसानो को हीरे की तलाश में गीली जमीन को खुरचते हुए देखा जा सकता है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, भारी बारिश से मिट्टी की कई परतें बह जाती हैं, जिससे बहुमूल्य पत्थर उजागर हो जाते हैं। कई अपुष्ट रिपोर्टों में दावा किया गया है कि अकेले मद्दिकेरे और तुग्गली मंडल से हर साल लगभग 5 करोड़ रुपये के हीरे का खनन किया जाता है। जहां कुछ आम लोग रातों-रात अमीर बन जाते हैं, वहीं दूसरों की मेहनत बिचौलियों के लिए फायदेमंद साबित होती है। स्थानीय व्यापारी और बिचौलिये ग्रामीणों से खरीदे गए इन हीरों को अनंतपुर जिले के गुत्थी में बड़े डीलरों को बेचते हैं।

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