मुंबई: मानसून के देरी से आने की वजह से सब्जियों के दामों में आग सी लग गई है। दिन प्रतिदिन सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में आम आदमी की जेब मानसून सीजन में बारिश से गीली और अधिक महंगाई के चलते आर्थिक रूप से ढीली हो रही है। बात अगर सब्जियों की करें तो टमाटर समेत हरी सब्जियों में वृद्धि के बाद प्याज़ ने भी महंगाई की रफ्तार पकड़ ली है।
विषेशज्ञों की माने तो उनका कहना है कि प्याज़ बारिश के मौसम में सड़ने लगता है जिससे कि इसके दाम बढ़ जाते हैं पिछले चार दिनों में प्याज की कीमत में उछाल आया है। जहां पहले 15 रुपये प्रति किलो प्याज बिक रहा था वहीँ अब 20 से 25 रुपये के बीच हो गया है। इस प्रकार प्याज की कीमत चार दिनों में 10 रुपये बढ़ गई है।
यदि हम प्याज के थोक मूल्य की बात करें तो इसकी कीमत में 25 फीसदी की वृद्धि हुई है। महाराष्ट्र में लासलगांव मंडी जो प्याज की सबसे बड़ा मंडी है वहां शुक्रवार को प्याज के दाम 1300 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गए। व्यापारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में प्याज की कीमत में और वृद्धि हो सकती है।
27 जून को नासिक मंडी में प्याज का औसतन भाव 1201 रुपये प्रति क्विंटल था। अगले दिन यानी 28 जून को प्याज की कीमत में 79 रुपये की वृद्धि देखी गई जिससे इसका दाम प्रति क्विंटल 1280 रुपये हो गया। 29 जून को प्याज की कीमत 1280 रुपये से और बढ़कर 1300 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई।
महाराष्ट्र के किसानों और व्यापारियों का दावा है कि अब राज्य में अगले तीन महीनों तक मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त प्याज उपलब्ध है | परन्तु आगे दिसंबर तक आपूर्ति प्रभावित हो सकती है और कीमतें बढ़ने की उम्मीद है।