इस साल भारत में अच्छे मानसून के आसार हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस साल के दक्षिण-पश्चिम मानसून का पहला पूर्वानुमान जारी किया। IMD ने अपने अनुमान में बताया कि भारत के ज्यादातर इलाकों में चार महीने के मानसून सीजन के दौरान लॉन्ग टर्म एवरेज की 104 प्रतिशत बारिश होगी। IMD के अनुमान से किसानों ने भी राहत की सांस ली है।
सामान्य से अधिक बारिश का अंदाज
IMD ने इस साल 104 परसेंट (LPA) बारिश का अनुमान जताया है जो कि सामान्य से अधिक है। अगर बारिश 90 परसेंट से कम हो तो कम, 90-96 को सामान्य से कम, 96-104 को सामान्य, 104 से 110 को सामान्य से अधिक और 110 से अधिक को अधिक मानसूनी बारिश में दर्ज किया जाता है। मौसम विभाग ने कहा है कि केवल उत्तर-पश्चिम, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों को छोड़ दें तो सब जगह सामान्य से अधिक बारिश होगी। हालांकि उत्तर-पश्चिम, पूर्व और पूर्वोत्तर के हिस्सों में इस बार कम बारिश हो सकती है।
सितम्बर में सबसे अधिक बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून के सीजन जून से सितंबर के बीच 106 परसेंट तक बारिश हो सकती है। यह सामान्य से अधिक बारिश को दर्शाता है। इस साल मानसून के पहले महीने जून में लगभग 95 फीसदी बारिश होगी। जबकि जुलाई में 105 फीसदी बारिश दर्ज की जाएगी। हालांकि अगस्त में थोड़ा कम 98 फीसदी बारिश होगी जबकि सबसे अधिक सितंबर महीने में 110 प्रतिशत तक बारिश होने की उम्मीद है।
अगस्त से सितंबर में एक्टिव होगा ला-नीना
देश में ला-नीना की स्थिति को अच्छी बारिश का संकेत माना जाता है। मौसम विभाग ने कहा है कि मानसून के शुरू होते ही अल-नीनो का प्रभाव न्यूट्रल हो जाएगा और ला-नीना एक्टिव होगा। ला-नीना के बढ़ते ही अच्छी बारिश दर्ज की जाएगी। अगस्त से सितंबर के बीच देश में ला-नीना एक्टिव होगा जिसमें अच्छी बारिश दर्ज की जाएगी।