जयपुर : राजस्थान के शाहपुरा में रहने वाली कमला देवी के पास 52 गायें हैं जिनमें देशी और हॉलिस्टन नस्ल भी शामिल हैं। इसके अलावा उनके पास 10 मुर्रा नस्ल की भैंसें भी हैं। इन जानवरों के दूध को बेचकर वो महीने में लाखों रूपये कमा रही हैं।
खेती और पशुपालन के मांमले महिलाएं हमेशा से आगे रही हैं। महिलाएं खेती और किसानी मन लगाकर करती हैं। महिलाओं को पुरुषों की तुलना में जानवरों से अधिक लगाव होता है जिससे कि वो जानवरों की देखभाल अच्छे से करती हैं। राजस्थान की शाहपुरा की रहने वाले महिला किसान पशुपालन और मछली पालन करके महीने में लाखों रूपये कमा रही हैं। इस क्षेत्र में बेहतर कार्य के लिए उन्हें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सम्मानित कर चुके हैं।
रोजाना 570 लीटर दूध का होता है उत्पादन
कमला के पास देशी, गिर व हॉलिस्टन नस्ल की 52 गायें और 10 मुर्रा नस्ल की भैंसे भी हैं। जो कि रोजाना 570 लीटर दूध देती हैं। कमला देवी दूध बेचकर महीने में लाखों रूपये कमा रही हैं। वे दूध से दूध उत्पाद बनाकर बेचती हैं जिससे कि उनकी महीने की आमदनी काफी अच्छी हो जाती है।
सबसे ज्यादा दूध देती है गिर नस्ल की गाय
गिर नस्ल की गाय एक दिन में 12 से 15 लीटर दूध देती है। अधिकमात्रा में दूध देने वाली यह गाय काफी महंगी होती है बाजार में इस गाय की कीमत लगभग एक लाख रूपये के करीब होती है। इस नस्ल की गाय का दूध काफी स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर होता है। बाजार में इसका दूध 65 रूपये लीटर बिकता है।
मुर्रा नस्ल की भैंस देती है सबसे ज्यादा दूध
कमला देवी के बाड़े में 10 मुर्रा नस्ल की भैसें हैं विशेषज्ञों का मानना है कि यह भैंस दूसरी भैंसों के मुकाबले अधिक दूध देती है। यह भैंस महीने में लगभग 1000 लीटर दूध देती है। इस भैंस के खानपान का विशेष ध्यान रखा जाता है। अधिक मात्रा में दूध देने वाली यह भैंस उत्तर भारत के पशुपालकों की पहली पसंद है।