प्याज के बिना भारतीय खानों में स्वाद की कल्पना भी करना बेहद मुश्किल है। प्याज के उपयोग से किसी भी खाने के स्वाद को बढ़ाया जा सकता है। हालांकि पिछले कुछ समयमे प्याज को लेकर मार्किट में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिला है। भारत सरकार ने 8 दिसंबर 2023 को जो प्याज के एक्सपोर्ट पर जो बैन लगाया था उसे हटा लिया गया है। ऐसे में लोगों को अब ये डर सता रहा है की कहीं सरकार के इस फैसले का असर प्याज के दामों को फिर से बढ़ा न दे।
क्यों हटा है बैन?
दरअसल पिछले साल प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए सरकार ने दिसंबर से लेकर मार्च तक प्याज के एक्सपोर्ट पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध लगा दिया था। हालांकि बाद में इसे बढाकर मई तक कर दिया गया। लेकिन, अब बीते दिनों सरकार ने अपने इस फैसले को वापस ले लिया है।
दरअसल भारत में इस सीजन अच्छे मानसून को देखते हुए खरीफ फसलों के उत्पादन में ज़बरदस्त ग्रोथ देखने को मिलेगी। इसे देखते हुए सरकार ने प्याज के एक्सपोर्ट से बैन हटाने का निर्णय लिया है।
क्या प्याज के कीमतों में फिर आएगा उछाल?
सरकार के इस फैसले के बाद से ही आम आदमी की टेंशन प्याज के भाव में बदलाव को लेकर बढ़ चुकी है। हालांकि भारत में उपभोगक्ता मामले की सचिव निधि खरे ने इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि, “निर्यात होने के बावजूद प्याज की घरेलू कीमतों पर कोई खास असर नहीं होगा। अगर कीमतें बढ़ेंगी भी तो वह खास नहीं बढ़ेंगी। सरकार के विभाग भी पूरी स्थिति पर नजर बना कर रखेंगे। सरकार किसानों के साथ ही उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने के लिए भी प्रतिबद्ध है।”
इसके अलावा उन्होंने इस बात की जानकारी दी कि रबी फसल में प्याज की पैदावार 190 लाख टन होने का अनुमान है। जो देश में खपत होने वाली मात्रा के लिए पर्याप्त है।