भारत में इस बार जमकर बरसेगा सावन क्योंकि इस बार पॉजिटिव इंडियन ओशन डायपोल (IOD) की संभावना प्रबल है। इससे मॉनसून की बारिश में तेजी आएगी। किसानों के लिए यह एक बड़ी राहत की बात है क्यूंकि पिछले साल कम बारिश ने सूखे के हालात पैदा कर दिए।पॉजिटिव आईओडी को अल-नीनो का विपरीत माना जाता है। अल-नीनो में जहां सूखा रहता है वहीं आईओडी मूसलाधार बारिश कराता है। इस बीच देश के कई राज्यों में तापमान 45 डिग्री तक पहुंच गया है। राजस्थान, महाराष्ट्र में गर्मी ने कहर बरपा रखा है जबकि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आज भी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
पॉजिटिव इंडियन नीनो
पॉजिटिव आईओडी को इंडियन नीनो भी कहते हैं। भारत में लगातार दूसरी बार इस बार पॉजिटिव आईओडी का प्रभाव देखा जाएगा। पिछले साल भी ऐसी स्थिति बनी थी जिसकी वजह से कुछ महीने खूब बारिश दर्ज की गई। अधिक बारिश से कई जगह बाढ़ के हालात पैदा हो गए थे।
दक्षिण पश्चिम मॉनसून में अधिक बारिश
एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पॉजिटिव आईओडी यानी कि इंडियन नीनो से दक्षिण पश्चिम मॉनसून में बहुत अधिक बारिश दर्ज की जाएगी। पॉजिटिव आईओडी मॉनसून की बारिश को बढ़ा देता है जैसा कि इस बार संभावना बनती दिख रही है।
ऑस्ट्रेलियाई मौसम एजेंसी का दावा
इंडियन नीनो यानी कि पॉजिटिव इंडियन डायपोल के बारे में ऑस्ट्रेलियाई मौसम एजेंसी ने दावा किया है। एजेंसी ने कहा है कि इस बार भारत में समय से पहले पॉजिटिव आईओडी डेवलप हो सकता है जिससे दक्षिण पश्चिम मॉनसून को मदद मिलेगी।
लगातार दूसरी बार एक्टिव
इस बार भारत में पॉजिटिव इंडियन ओशन डायपोल लगातार दूसरी बार एक्टिव हो सकता है। 1960 के बाद इस साल दूसरी बार पॉजिटिव आईओडी एक्टिव होने की तैयारी में है। पिछले साल भी पॉजिटिव आईओडी था जिससे बारिश कुछ बढ़ गई थी। हालांकि अल-नीनो उससे ज्यादा एक्टिव था, इसलिए सूखे को मात देने वाली बारिश नहीं हुई।
पिछले साल अल-नीनो से सूखे के हालात
पिछले साल भारत में अल-नीनो का प्रकोप देखा गया था। इस साल अप्रैल तक इसका प्रभाव था। यही वजह है कि मॉनसून की बारिश कम रही जिससे कई फसलें चौपट हो गईं। इस साल भारत में कॉफी और आम की बागवानी प्रभावित हुई है।
IMD का दावा सामान्य से अधिक बारिश
भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी कि IMD ने भी साफ कर दिया है कि मॉनसून की बारिश सामान्य से अधिक होगी। इसमें पॉजिटिव आईओडी सबसे बड़ा मददगार साबित होगा क्योंकि अल-नीनो भी न्यूट्रल हो चुका है।
राजस्थान में पारा 45 डिग्री
इस बीच देश के कई राज्यों का पारा 40 से 45 डिग्री तक पहुंच गया है। राजस्थान में आसमान आग उगेल रहा है। आलम यह है कि सुबह सूरज निकलने के साथ ही बढ़ती उमस से जहां लोग पसीने से तरबतर हो रहे हैं तो दूसरी तरफ तपतपाती धूप में लोगों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। राजस्थान प्रदेश ही नहीं पूरे देश में सात मई के दिन बाड़मेर सबसे गर्म जिला रहा।
उत्तर प्रदेश में आज भी बारिश
उधर उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज़ कुछ और ही है। तपती गर्मी के बीच यूपी में आज फिर बारिश की सम्भावना जताई जा रही है। यूपी के कई जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश होगी। हालांकि इससे गर्मी की तपिश भले ही कम होगी लेकिन खेती की बात करें तो मौसम विभाग ने किसानों को लेकर एडवाइजरी जारी की है।
महाराष्ट्र में भी हाल बेहाल
वही गर्मी से महाराष्ट्र के हाल भी बेहाल है। महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में तापमान 43 सेल्सियस डिग्री पर पहुंच गया है। इस साल का सबसे ज्यादा तापमान नांदेड़ में दर्ज किया गया है। मुंबई में भी हीटवेव के चलते मुंबईकरों का बुरा हाल है।