मुजफ्फरपुर । आम के सीजन में मुजफ्फरपुर के किसान राम किशोर सिंह की मेहनत रंग लायी है। उन्होंने शुगर फ्री आम की किस्म विकसित की है जिसको कि मधुमेह के मरीज भी खा सकते हैं। पिछले कई वर्षों से वह आम की किस्म पर कार्य कर रहे थे।
आम की सीजन में मधुमेह के मरीज भी आम का आनंद ले सकेंगे। बाजार में अब शुगर फ्री आम मिल रहा है जिसको खाने से डायबिटीज के रोगियों के स्वास्थ पर कोई असर नहीं पड़ेगा। शुगर फ्री आम की खेती पहले से कई किसान रहे थे,मुज्जफ्फरपुर के किसान द्वारा उगाये गए आम में कुछ खास बात है। किसान ने शुगर फ्री आम को विकसित किया है जिसे अब डायबिटीज के मरीज भी खा सकेंगे।
एक रिपोर्ट के मुताबिक शुगर फ्री किस्म विकसित करने वाले किसान का नाम राम किशोर सिंह है वे मुजफ्फरपुर जिले के बिन्दा गांव के रहने वाले हैं। पिछले कई वर्षों से वो शुगर फ्री किस्म पर कार्य कर रहे थे। इससे पहले वो आम की कई प्रकार की वैरायटी विकसित कर चुके हैं। राम किशोर सिंह ने बताया कि उनके बगीचे में उगाये जा रहे मालदा आम पूर्ण रूप से शुगर फ्री हैं। आम का सेवन मधुमेह के मरीज भी कर सकते हैं इसको खाने से उनको किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होगा।
शुगर फ्री आम के पौधे कि कीमत 4000
उन्होंने यह कहा कि सामान्यतौर पर मालदा आम के टोटल सॉल्युबल सब्सटेंस (TSS) का स्तर 25 होता है। हालांकि उनके बाग में उगाए जाने वाले मालदा आम का TSS स्तर केवल 12-13 होता है जिससे कि आम को मधुमेह के मरीज भी खा सकते हैं। राम किशोर सिंह ने आम के पौधे का परीक्षण लैब में करवाया था। उन्होंने बताया कि यदि किसान भाई शुगर फी आम कि खेती करना चाहते हैं तो वे उनकी नर्सरी से आम का पौधा खरीद सकते हैं। उन्होंने एक पौधे की कीमत 4000 रूपये निर्धारित की है।
महाराष्ट्र के एएसएम फाउंडेशन ने किया सम्मानित
राम किशोर सिंह को शुगर फ्री आम की किस्म विकसित करने के कारण पूरे देश में प्रसिद्धि मिली है। शुगर के मरीज उनकी वाह वाही कर रहे है। उनको बागवानी में काफी रूचि भी है। हाल ही में उन्हें महाराष्ट्र के एएसएम फाउंडेशन ने उद्यान रत्न से सम्मानित किया है। इसके अलावा वो कृषि क्षेत्र में कई पुरस्कार भी जीत चुके है।